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चटकारेदार: गढ़-कलेवा चेन से जुड़ा बलरामपुर, बिहान की मुहिम से स्व-रोजगार को बढ़ावा, फरा,बरा,चौसेरा, अनरसा सहित अनेकों व्यंजनों का मिलेगा जायका…

बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर बिलासपुर सहित अन्य जिलों के बाद बलरामपुर में भी गुरुवार से छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजन परोसे जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जिला मुख्यालय में गढ़-कलेवा के रूप में चौपाटी शुरू किया गया है. अब बलरामपुर के स्थानीय लोगों को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका मिलेगा. छत्तीसगढ़ की खान-पान तथा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए शासन-प्रशासन के द्वारा बलरामपुर जिले में गढ़-कलेवा शुरू किया गया है.

छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों जैसे की फरा, बरा, बफौरी, खुरमी, चौसेरा, भजिया, डुबकी कढी़, चिला, अनरसा, सहित अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद गढ़-कलेवा में लोगों को मिलेगा. छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (गढ़-कलेवा) अंतर्गत महिलाओं को स्व-रोजगार से इसमें जोड़ा गया है. इससे महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.महिला समूह के द्वारा इस गढ़-कलेवा का संचालन किया जाएगा.

स्व-सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला मुख्यालय में गढ़-कलेवा का संचालन पूरी तरह से महिलाओं के जिम्मे रहेगा. छत्तीसगढ़ का स्वाद यहां आपको अपनी थाली में मिलेगा. छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंजनों के साथ ही यहां साउथ इंडियन भोजन, बिहार और उत्तरप्रदेश का लिट्टी चोखा, चाइनीज फूड्स भी परोसा जाएगा.

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