रायपुर : रायपुर छत्तीसगढ़ में ED की छापेमार कार्यवाही के बीच कोयला दलाल सूर्यकान्त तिवारी, IAS समीर विश्नोई, कोल कारोबारी सुनील अग्रवाल और सूर्यकान्त के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी की जमानत ख़ारिज कर दी है। सभी को सेन्ट्रल जेल भेज दिया गया। विशेष अदालत में सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी और IAS समीर विश्नोई जमानत रद्द
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कोर्ट रूम में ED और बचाव पक्ष के बीच लगभग डेढ़ घंटे तक बहस हुई। सूर्यकान्त तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी और समीर विश्नोई के वकीलों ने कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को लेकर ED पर जमकर दबाव बनाया। बचाव पक्ष के वकीलों ने कई AIR के कई प्रकरणों का हवाला देते हुए आरोपियों की जमानत की मांग की। वही दूसरी ओर ED के वकील ने अपनी दलीले पेश कर बचाव पक्ष के अरमानो पर पानी फेर दिया। ED की ओर से भी कई दृष्टान्त पेश कर उसकी कार्रवाई को बेहद गंभीर बताया गया।
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ED ने बताया कि एक बड़े घोटाले को अफसर और कारोबारियों के साथ मिलकर अंजाम दिया जा रहा था।
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पीड़ित जनता की हिफाजत और प्रदेश के प्राकृतिक संसधानों को बचाने के लिए ED की कारवाही को जनहित के लिए जरुरी बताया गया। दोनों पक्षों के दलीले सुनने के बाद अदालत ने कोयला दलाल सूर्यकान्त समेत तमाम आरोपियों की जमानत रद्द कर दी। कोर्ट से जेल वारंट कटते ही सभी आरोपियों को जुडिसियल रिमांड पर रायपुर भेज दिया गया।