धूर्त और चालाक आरोपी सौम्या चौरसिया ने नहीं बताया अपने “आका” का नाम,आखिर किसके लिए छत्तीसगढ़ की सुपर सीएम कर रही थी अवैध वसूली ? आरोपी डिप्टी कलेक्टर समेत भ्रष्टाचार के बागड़ बिल्लो की पेशी आज

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रायपुर : छत्तीसगढ़ की सुपर सीएम सौम्या चौरसिया की दोबारा रिमांड के लिए ED ने अपनी तैयारी की है। सूत्र बताते है कि आरोपी डिप्टी कलेक्टर सौम्या चौरसिया ने ED से पूछताछ में सहयोग नहीं किया है। उसने ज्यादातर सवालों के जवाब में मुझे नहीं पता,मैं नहीं जानती,मेरी जानकारी में नहीं,मैं नहीं पहचानती,मेरी चैट नहीं,मुझे नहीं मालुम जैसे अल्फाज़ो से ED को गुमराह करने की भरपूर कोशिश की। उसने आखिरी तक अपने “आका” का नाम नहीं बताया।

सूत्र बताते है कि ED ने IT रेड के दौरान बरामद सामग्री, दस्तावेजों,नगदी को लेकर दर्जनों सवाल किए थे। ED ने कोल घोटाला,वैध अवैध शराब,माइनिंग,हवाला,करेंसी बदलवाने भारतमाला नेशनल हाईवे परियोजना और दल्ली-राजहरा रेल्वे लाइन के इर्द गिर्द जमीनों की खरीद फरोख्त,कोल परिवहन में 25 रूपए टन “गब्बर सिंह टैक्स” की वसूली सूर्यकांत तिवारी और उसके गुर्गो को लेन देन,अवैध वसूली में जुटे और भी कई लोगो से संबंधों को लेकर लेकर कई सवाल-जवाब किए।

सूत्र यह भी बताते है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल के साथ एवम अन्य करीबियों के साथ लेन देन के कई प्रकरणों में भी पूछताछ हुई। विदेशी सम्पर्को और कारोबारियों के बारे में भी ED ने कुछ सवाल किए थे। हालांकि ज्यादातर सवालों के जवाब देने के मामलों में आरोपी सौम्या चौरसिया ने कोताही बरती। उसने ED को गुमराह करने की भी कई कोशिशें की लेकिन पूछताछ करने वाले अफसरों ने उसकी धूर्तता और चालाकी को बखूबी भांपते हुए कई प्रतिप्रश्न भी किए। इससे उसकी बोलती बंद हो गई।

सूत्रों ने बताया कि भ्रष्टाचार और कई आर्थिक अपराधों के मामले में ED को संतोषजनक जवाब नहीं मिला।ख़ासतौर पर “गब्बर सिंह टैक्स’ की वसूली को मंजूरी देने और रकम ठिकाने लगाने के मामले में हुई पूछताछ में सौम्या ने पूरा समय अपना मुँह बंद रखा। उसने आखरी समय तक अपने आका का नाम जुबान पर नहीं लाया। जबकि दो सरकारी गवाहों ने आका और उसके कुनबे की हिस्सेदारी पर अपने बयानों की तस्दीक कराई।

सूत्र बताते है कि सौम्या से पहली रिमांड में हुई पूछताछ से प्राप्त तथ्यों के आधार पर कुछ और लोगो पर भी ED की गाज गिर सकती है। इसमें रायपुर के एक नामी गिरामी डॉक्टर और दुर्ग के दो हवाला कारोबारियों का नाम संदेहियों के रुप में लिया जा रहा है। इन तीनो से भी ED ने पूछताछ की है।सूत्रों ने यह भी बताया कि अवैध फोन टैपिंग,इंटरसेप्शन के मामलो में हुई पूछताछ में साइबर सर्विलेंस की एक मशीन की खरीद फरोख्त और इंस्टॉलेशन के बारे में भी पूछताछ की गई।  

भ्रष्टाचार की इस मूर्ति को उसके काले कारनामों से जुड़े दस्तावेजी प्रमाणों से ED ने रूबरू कराया। बावजूद इसके सौम्या चौरसिया जवाब देने के मामलो से बचती रही। सूत्र बताते है कि सौम्या से सूर्यकांत तिवारी,सुनील अग्रवाल,आईएएस समीर विश्नोई,आईएएस जेपी मौर्य, आईएएस सुब्रत साहू और आईएएस रानू साहू से जुड़े कई सवाल किए गए। यही नहीं “चिप्स घोटाले” के बारे में भी सिलसिलेवार पूछताछ की गई। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि इस मामले में ED ने भ्रष्टाचार के कई तारो को जोड़ा है। जानकारी के अनुसार ED आज सौम्या चौरसिया का दोबारा रिमांड लेने की तैयारी में है।

यह भी बताया जा रहा है कि ED की प्राथमिकता चालान को अंतिम रुप देने की है। इसकी भी तैयारी जोरशोर से चल रही है। आज ज्यूडिशियल रिमांड ख़त्म होने पर सौम्या के अलावा सूर्यकांत तिवारी उसका चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी,सुनील अग्रवाल,आईएएस समीर विश्नोई को भी अदालत में पेश किया जाएगा।