विजयनगर / आंध्र प्रदेश के विजयनगर में रामतीर्थम मंदिर में भगवान राम की 400 साल पुरानी मूर्ति को कुछ अज्ञात लोगों ने खंडित कर दिया गया है। इसके चलते भक्तों में जबरदस्त आक्रोश है। देश -विदेश में प्रसिद्ध रामतीर्थम मंदिर में सालाना लाखों भक्त आते है। सैकड़ों ऐसे भक्त है, जो नए साल की शुरुआत मंदिर की ऐतिहासिक मूर्ति के समक्ष माथा टेक कर करते है। नए वर्ष के ठीक पहले मंदिर में हुई इस घटना से लोग हैरत में है। सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
हालाँकि समाचार लिखे जाने तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस को अंदेशा है कि धार्मिक उन्माद फ़ैलाने के लिए आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। हालाँकि चोरी की नियत से भी यहाँ अज्ञात तत्वों के दाखिल होने का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है। न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए मंदिर के पुजारी ने बताया कि साफ-सफाई के दौरान मंदिर का ताला टूटा हुआ था। उन्होंने कहा कि भगवान राम की मूर्ति को खंडित कर दिया गया है, मूर्ति के सिर का हिस्सा गायब था। इसे देखकर उन्होंने फ़ौरन ट्रस्ट के लोगों को सूचना दी।
मंदिर पदाधिकारियों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष गंगा राव ने बताया कि जिला पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद एसपी राजकुमारी और डीएसपी अनिल मौके पर पहुंचे। उनके साथ डॉग स्क्वॉड भी तैनात किया गया था। लेकिन पुलिस द्वारा आरोपियों के बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि इस घटना से श्रद्धालुओं को झटका लगा है।
उधर पुलिस जांच के दौरान मंदिर का एक टूटा हुआ हिस्सा मंदिर परिसर के टैंक में पाया गया। पुलिस फ़िलहाल जाँच का हवाला देकर कुछ भी कहने से इंकार कर रही है। वहीं, इस घटना के बाद भाजपा नेता सुनील सुनील देवधर ने कहा है कि आंध्र प्रदेश में हिंदू मंदिरों पर हो रहे लगातार हमले से पूरा समुदाय हैरत में है।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि 16वीं सदी के गोवा में क्रूर सेंट जेवियर के हमलों की तर्ज पर यहाँ मंदिरों में हमले हो रहे है। ये हमला भी उसी की याद दिला रहा हैं, जिसने मंदिरों को ढहा दिया था, जिसने जबरदस्ती धर्मांतरण करवाए थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों की धर पकड़ नहीं हुई तो सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ा जायेगा।