मुंबई : महाराष्ट्र में सत्ता गवाने के बाद सबसे ख़राब हालत पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की है। अब उन्हें शिवसेना को नए नाम से रि लांच करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। ठाकरे परिवार का अस्तित्व बचाने के लिए उद्धव ने इस मामले में एंट्री ली है। उद्धव ने अब छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर दिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की कड़ी आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पहले मुंबई में मराठी लोगों का ‘अपमान’ किया था और अब उन्होंने शिवाजी महाराज पर बयान दिया. उन्होंने सवाल किया कि राज्यपाल कोश्यारी के इस बयान के पीछे आखिर किसका दिमाग है? उद्धव ने बगैर नाम लिए बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ‘बाप, बाप होता है, नया हो या पुराना।
उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि बीजेपी की अगुवाई वाली नई सरकार में महाराष्ट्र की अस्मिता से खिलवाड़ हो रहा है।आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल कोशियारी महाराष्ट्र की अस्मिता से खिलवाड़ कर रहे हैं। शिवसेना नेता उद्धव ने कहा कि जब से महाराष्ट्र में सरकार बदली है तब से राज्य का अपमान हो रहा है। कल कैबिनेट मीटिंग न होने पर ठाकरे ने कहा कि कैबिनेट मीटिंग का ना होना एक अपराध है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठक को इसलिए रद्द कर दिया गया क्योंकि सरकार के ज्यादातर लोग इस वक्त गुजरात में हैं।
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्यपाल कोश्यारी के बयान पर बीजेपी बहुत नरमी से पेश आ रही है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है। पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे आज काफी गर्म नजर आये। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्यपालों की नियुक्ति करती है। उन्होंने कहा कि जो वृद्धाश्रम में रहने लायक नहीं उन्हें राज्यपाल बनाया जा रहा है। ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल बनने के लिए भी कुछ पात्रता होनी चाहिए। जो सरकार में होते हैं वे राज्यपाल नियुक्त करते हैं. उन्होंने कहा कि मैंने कोश्यारी को राज्यपाल कहना बंद कर दिया है। बताया जा रहा है कि सत्ता से हटते ही उनके पुत्र समेत ठाकरे परिवार से जुड़े कई कारोबारी जाँच एजेंसियों के घेरे में है। इन मामलों को जोड़कर उद्धव की राजनैतिक सक्रियता चर्चा में है।