ट्रेनों में मंगलमय यात्रा अभी भी संभव नहीं, ज्यादातर मार्गों पर ट्रेनों की बहाली का इंतज़ार, टिकट खरीदकर भी ट्रेन में सफर नहीं कर पाए सवा करोड़ यात्री, खत्म नहीं हुआ इंतजार, आखिर कब शुरू होगा ट्रेनों में सफर ?

0
10

नई दिल्ली / त्यौहारी सीजन के बावजूद देश के ज्यादातर राज्यों में ट्रेनों के पहिये थमे हुए है | कुछ राज्यों में जरूर लोकल ट्रेनों की बहाली हुई है, लेकिन ज्यादातर ट्रेनों की आवाजाही अभी भी ठप्प है | बताया जाता है कि तीज त्यौहारों के मद्देनजर कुछ आवश्यक मार्गों पर ही ट्रेने दौड़ रही है | रेल यातायात कब सामान्य होगा, इस बारे में भी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आ रही है | इस बीच आरटीआई से खुलासा हुआ है कि देश में करीब सवा करोड़ यात्रियों को टिकट खरीदने के बावजूद ट्रेन में सफर करने का मौका नहीं मिल पाया। देश में ट्रेन की कमी की वजह से साल 2019-20 में बड़ी संख्या में यात्रियों की वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं हो पाई। 

आरटीआई के मुताबिक 2019-20 में कुल 84,61,204 पीएनआर नंबर से जुड़े करीब सवा करोड़ यात्रियों की वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं हो पाई। रेल मंत्रालय ने वेटिंग लिस्ट की समस्या के समाधान के लिए निजी ट्रेन शुरू करने का फैसला भी किया है। हालाँकि ये ट्रेने अभी अपने गंतव्य पर नहीं निकल पाई है | इसके अलावा रेलवे ने व्यस्त रूटों पर ‘क्लोन ट्रेन’ शुरू की हैं। ये ट्रेन सीमित स्टेशनों पर ही रुकती हैं। बीते पांच साल में करीब पांच करोड़ पीएनआर नंबर अपने ही आप ही रद्द हो गए क्योंकि वो कन्फर्म नहीं हो पाए। मध्य प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र शेखर गौर की आरटीआई के जवाब में रेलवे ने यह जानकारी दी है।

साल 2014-15 में 1,13,17,481 पीएनआर रद्द किए गए। जबकि 2015-2016 में यह आंकड़ा 81,05,022 रहा। इसी तरह 2016-2017 में 72,13,131, साल 2017-18 में 73,02,042 और 2018-2019 में 68,97,922 पीएनआर रद्द हुए। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ ने भी हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह स्वीकार किया था कि ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट को कम करने की काफी जरूरत है। साथ ही यह कहा था कि निजी ट्रेनों के आने से इस समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।

ये भी पढ़े : यात्रीगण कृपया ध्यान दें, भारतीय रेलवे ने रद्द की फेस्टिवल और क्लोन ट्रेनें, यात्रा करने से पहले देखें ये लिस्ट

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक साल 2019-20 में औसत वेटिंग लिस्ट में 8.9 फीसदी की कमी आई है। व्यस्त समय के दौरान करीब 13.3 फीसदी यात्रियों की टिकट कन्फर्म नहीं हो पाई है।  फ़िलहाल देश की एक बड़ी आबादी ट्रेनों की आवाजाही सुनिश्चित करने की मांग कर रही है | लोगों के मुताबिक वे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने सफर की शुरुआत करेंगे | रेलवे मंत्रालय ट्रेनों को जरा हरी झंडी तो दिखाए |