
मुख्य बिंदु (Key Points)
आरोपी राजेश भाई खिमजी को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से 5 दिन की पुलिस रिमांड मिली।
घटना जनता दरबार के दौरान हुई; शुरुआती जांच में हमला प्री-प्लान्ड प्रतीत हो रहा है।
पुलिस को दो CCTV फुटेज और आरोपी के फोन से वीडियो मिले, जिनमें हमले से 24 घंटे पहले CM आवास की रेकी दिखती है।
आरोपी गुजरात भवन, सिविल लाइंस में ठहरा था—जो CM के कैंप ऑफिस से करीब 800 मीटर दूर है।
पुलिस अब कॉल डिटेल्स, संपर्कों, और वीडियो के मकसद की तहकीकात कर रही है।
CM रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया पर कहा—“ऐसे हमले मेरे हौसले और जनता-सेवा के संकल्प को नहीं तोड़ सकते”
घटना का विवरण
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमले के आरोपी राजेश भाई खिमजी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उसे पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अधिकारी बताते हैं कि पूछताछ में पुलिस हमले के पीछे की मंशा, संभावित साजिश, और सहयोगियों की पहचान पर फोकस करेगी।

घटना के वक्त मुख्यमंत्री जनता दरबार में मौजूद थीं। शुरुआती इनपुट्स के अनुसार, आरोपी ने पूरी तैयारी के साथ वारदात को अंजाम देने की कोशिश की। पुलिस को मिले CCTV फुटेज और मोबाइल वीडियो यह संकेत देते हैं कि हमले से 24 घंटे पहले आरोपी ने शालीमार बाग स्थित CM आवास की रेकी की थी।
CCTV फुटेज में क्या दिखा?
पहला फुटेज (19 अगस्त): आरोपी एक रिक्शा से CM आवास के पास पहुंचता है। वह रिक्शा चालक को पैसे देता है, उससे बातचीत करता है और तत्पश्चात फोन पर कॉल करता दिखता है।
आवास के बाहर गतिविधि: आरोपी ने मुख्य गेट के बाहर खड़े होकर वीडियो बनाया और फिर अंदर दाखिल हुआ। सुरक्षा कर्मियों से उसने CM से मिलने की प्रक्रिया पूछी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टाफ ने एक पर्ची पर कैंप ऑफिस का पता लिखकर दिया।
आरोपी दिल्ली कैसे पहुँचा और कहाँ रुका?
जांच में सामने आया है कि आरोपी गुजरात के राजकोट का निवासी है और वह लगभग 1,200 किमी का सफर तय कर दिल्ली आया। दिल्ली में वह सिविल लाइंस स्थित गुजरात भवन में ठहरा, जो CM कैंप ऑफिस से करीब 800 मीटर की दूरी पर है।
पुलिस की जांच: किन सवालों पर फोकस?
मंशा क्या थी?—क्या यह व्यक्तिगत रंजिश, राजनीतिक प्रेरणा या किसी मानसिक/विचारधारात्मक कारण से जुड़ा मामला है?
साजिश में कौन-कौन?—क्या आरोपी अकेला था या किसी नेटवर्क/मददगार के संपर्क में था?
कॉल डिटेल्स—हमले से पहले और बाद में वह बार-बार किसे फोन कर रहा था?
वीडियो बनाने का मकसद—CM आवास और कैंप ऑफिस के वीडियो क्यों बनाए गए?
प्लानिंग की टाइमलाइन—हमले का प्लान कब और कहाँ तैयार किया गया?
CM रेखा गुप्ता का बयान
हमले के बाद CM रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा:
“जनसुनवाई के दौरान मेरे ऊपर हुआ हमला केवल मेरे ऊपर नहीं, बल्कि दिल्ली की सेवा और जनता की भलाई के हमारे संकल्प पर किया गया एक कायराना प्रयास है… ऐसे हमले मेरे हौसले और जनता की सेवा के संकल्प को कभी तोड़ नहीं सकते। अब मैं पहले से कहीं अधिक ऊर्जा और समर्पण के साथ आपके बीच रहूंगी।”
आगे क्या?
पुलिस इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, CCTV मैपिंग, और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की बारीकी से जांच कर रही है।
आरोपी से पूछताछ में साजिश के धागे, संभावित फंडिंग/लॉजिस्टिक्स, और स्थानीय सपोर्ट की पड़ताल होगी।
सुरक्षा एजेंसियां CM आवास और कैंप ऑफिस के SOPs की रीव्यू ऑडिट कर सकती हैं।
बैकग्राउंडर
घटना जनता दरबार के दौरान हुई, जहां आम नागरिक अपनी समस्याएँ लेकर आते हैं।
दिल्ली पुलिस ने मामले में कई धाराओं में केस दर्ज किया है (धाराएँ आधिकारिक पुष्टि के बाद जोड़ी जाएँगी)।
डिस्क्लेमर
यह रिपोर्ट उपलब्ध प्राथमिक इनपुट्स पर आधारित है। पुलिस पूछताछ और आधिकारिक बयानों के बाद जैसे-जैसे तथ्य सामने आएँगे, रिपोर्ट अपडेट की जाएगी।