
मुरैना। मध्यप्रदेश में बारिश और गर्मी का संग लोगों को ना तो दिन में चैन दे रहा है, और ना ही रात में सुकून। ऐसे में पीड़ितों के लिए विभिन्न बैंकों के एटीएम बूथ बेहतर रैन-बसेरा साबित हो रहे है। देर रात तक कई एटीएम बूथ में आराम फरमाने वालों की कतारें लगने लगी है। मुरैना जिले के जौरा के तिकोना पार्क स्थित भारतीय स्टेट बैंक का एटीएम बूथ में इन दिनों आराम फरमाने वालों का ताँता लगा हुआ है। यह एटीएम बूथ एक अनोखे रैन-बसेरे में तब्दील हो गया है। हालांकि एटीएम सेवा को लेकर ग्राहकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

ग्राहक सुबह 6 बजे जैसे ही एटीएम बूथ में पहुंचते है, तो अंदर का नजारा देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक रही है। स्थानीय लोग बिस्तर बिछा कर एटीएम बूथ के भीतर ही रात गुजारते नजर आ रहे है। ग्राहकों को उनकी नींद में खलल डालने के बाद सुविधा प्राप्त हो रही है। ग्राहकों के मुताबिक एटीएम मशीन के ठीक पास बिना कपड़ों के भी कई व्यक्ति सोये हुए पाए जाते है। उनके कपड़े, बिस्तर और अन्य सामान के थैले में भरकर एटीएम बूथ के अंदर ही सुरक्षित रखी जाती है। यही नहीं दूर-दराज रहने वाले लोग एटीएम के बाहर मोटरसाइकिल खड़ी कर भीतर सुस्ताते है।

एटीएम बूथ का उपयोग-दुरुपयोग को लेकर यहाँ रात गुजार रहे लोगों के अपने तर्क है। उनके मुताबिक वे भी बैंक के ग्राहक है, लेकिन घर में AC नहीं बाहर गर्मी से राहत नहीं, ऐसे में यह जन सुविधा केंद्र जरूरतमंद बैंक उपभोक्ताओं के लिए सार्थक साबित हो रहे है। हालांकि उनकी इस सुविधा से एटीएम का उपयोग करने वाले ग्राहकों को परेशानी हो रही है। कई ग्राहक एटीएम बूथ की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर रहे है।

पीड़ित ग्राहक तस्दीक करते है कि अक्सर रात 10 बजे के बाद एटीएम में दर्जनों लोगों को सोते हुए देखा जा सकता हैं। पहले देर रात एटीएम के बाहर मोटरसाइकिलें खड़ी देखकर ग्राहकों की मौजूदगी का अंदाजा लगाया जाता था। लेकिन अब हकीकत सामने आ रही है। पीड़ित ग्राहकों ने एटीएम जैसे संवेदनशील स्थान पर बने रैन बसेरों को बैंक की लापरवाही बताया है। ग्राहकों ने स्थानीय प्रशासन से भी इस समस्या का तत्काल समाधान निकालने की गुहार लगाई है।