Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई ने एनआईए के सामने खुलासा किया है कि साल 2021 में उसने अमरीका से गोल्डी बराड़ के जरिए गोगी गैंग को 2 जिगाना पिस्टल दी थीं. वहीं, अतीक को मारने वाले तीनों शूटर्स ने इस बात को यूपी पुलिस के सामने कबूल किया था कि उन्हें जिगाना पिस्टल गोगी गैंग से मिली थीं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या अमेरिका से मंगवाई गई इसी पिस्टल से अतीक और अशरफ की हत्या की गई थी?
लॉरेंस बिश्नोई ने एनआईए के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने बताया कि उसकी लिस्ट में टॉप 10 टारगेट कौन-कौन थे और किस वजह से वो उसकी सुची में आ गए थे.
पढ़ें, लॉरेंस बिश्नोई के कबूलनामे में सामने आए ये 10 टॉप टारगेट
टारगेट नंबर 1- बॉलीवुड के टॉप एक्टर सलमान खान
टारगेट नंबर 2- शगुनप्रीत, मैनेजर, सिद्धू मुसेवाला
टारगेट नंबर 3- मनदीप धालीवाल, लक्की पटियाल का गुर्गा
टारगेट नम्बर 4- कौशल चौधरी, गैंगस्टर
टारगेट नम्बर 5- अमित डागर, गैंगस्टर (लॉरेन्स ने बताया कि विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल की पूरी साजिश अमित डागर और कौशल चौधरी ने तैयार की थी)
टारगेट नम्बर 6- सुखप्रीत सिंह बुद्धा, बमबिहा गैंग का हेड
टारगेट नम्बर 7- लक्की पटियाल, गैंगस्टर
टारगेट नंबर 8- रम्मी मसाना, गौण्डर गैंग का गुर्गा. (लौंरेंस के मुताबिक, रम्मी मसाना से मुझे अपने मेरे कजिन अमनदीप की हत्या का बदला लेना है वो मेरे दुश्मन गैंग का शार्प शूटर है)
टारगेट नम्बर 9- गुरप्रीत शेखों, गौण्डर गैंग का सरगना (गुरप्रीत मेरे दुश्मन गौंडर गैंग का सरगना है और इसी ने मेरे कजिन को मारने के लिए रम्मी मसाना को हथियार मुहैया कराए थे)
टारगेट नम्बर 10- भोलू शूटर, सनी लेफ्टी और अनिल लठ, विक्की मुद्दुखेडा के कातिल
गोलडी बराड़ के सम्पर्क में था लॉरेंस
लॉरेंस ने अपने कबूलनामे में कहा कि, विक्की मुद्दुखेड़ा के कत्ल का बदला लेने के लिये लॉरेन्स ने सिंतबर/अक्टूबर 2021 में तीन शूटर्स शाहरुख, डैनी और अमन को सिद्धू मुसेवाला के कत्ल के लिए उनके गांव भेजे थे. गांव में रुकने के लिए उनकी मदद मोना सरपंच और जग्गू भगवानपुरिया ने की थी. लेकिन, बाद में इन शूटर्स ने बताया कि सिद्धू मुसेवाला को मारने के लिए कुछ और शूटर्स को शामिल करना पड़ा. इस दौरान लॉरेन्स कनाडा में गोलडी बराड़ के सम्पर्क में भी था.
लॉरेंस ने एनआईए की पूछताछ में काबुल किया कि सिद्धू मुसेवाला की हत्या की साजिश तैयार करते वक़्त हवाला के जरिये 50 लाख रुपये कनाडा में गोलडी बराड़ को भिजवाए थे. उसने बताया, साल 2018 से लेकर 2022 के बीच लॉरेंस ने यूपी के खुर्जा से अपने करीबी गैंगस्टर रोहित चौधरी की मदद से आर्म्स सप्लायर कुर्बान चौधरी शहजाद से करीब 2 करोड़ रुपये में 25 हथियार खरीदे थे जिसमें 9 MM की पिस्टल और AK 47 शामिल हैं. इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल सिद्धू मुसेवाला के कत्ल में हुआ था.
लॉरेन्स बिश्नोई ने NIA के सामने ये भी कबूल किया कि भरतपुर, फरीदकोट व अन्य जेलों में रहते हुए उसने कभी राजस्थान के कारोबारियों, कभी चंडीगढ़ के 10 क्लब मालिको, अम्बाला में मॉल के मालिक, शराब कारोबारियों तो कभी दिल्ली और पंजाब के सटोरियों से करोड़ों रूपए की उगाही की.