प्रयागराज. Umesh Pal Murder Case: राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो गनर के शूटआउट केस में पुलिस को बड़ी जानकारी हाथ लगी है. उमेश पाल हत्याकांड की साजिश बरेली जेल में ही रची गई थी. माफिया अतीक के भाई अशरफ ने भतीजे असद और उसके 9 गुर्गों को पूरा प्लान बरेली जेल में ही समझाया था. पुलिस की तफ्तीश में जो बात निकलकर सामने आई है उसके मुताबिक 11 फरवरी को बरेली जेल जाकर अतीक के बेटे असद समेत नौ गुर्गों ने अशरफ से मुलाकात की थी. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि 11 फ़रवरी से 23 फ़रवरी के बीच बरेली जेल का सीसीटीवी फुटेज ही गायब है.
जिन लोगों ने अशरफ से मुलाकात की थी उसमें असद समेत नौ गुर्गों में विजय उर्फ उस्मान चौधरी भी शामिल था. उस्मान को पुलिस ने बाद में मुठभेड़ में ढेर कर दिया था. अशरफ से मिलने मोहम्मद गुलाम और अजहर समेत 9 लोग पहुंचे थे. सभी लोगों ने असद और मोहम्मद गुलाम की आईडी पर अशरफ से मुलाकात की थी. दावा किया जा रहा है इसके बाद अशरफ ने किसी अन्य से मुलाकात नहीं की. मुलाकात कर आए सभी लोग भूमिगत हो गए और 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम दिया.
11 से 23 फरवरी के बीच का सीसीटीवी फुटेज गायब
हालांकि बरेली जेल में 11 से 23 फरवरी के बीच का सीसीटीवी फुटेज गायब मिला है. एसआईटी 11 फरवरी की इस मुलाकात की सीसीटीवी फुटेज जुटाने की कोशिश कर रही है. पुलिस जेल मुख्यालय के सर्वर से इस फुटेज को तलाशने की कोशिश की जा रही है. गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के तार बरेली जेल से जुड़ने के बाद शनिवार को डीआईजी जेल आरएन पांडेय छापेमारी की और जेल के कर्मचारियों-अधिकारियों के बयान दर्ज किए. बता दें कि जेल स्टाफ के अशरफ से मिलीभगत की जांच हो रही है. सूत्रों के मुताबिक जेल में डीआईजी को कई अहम सुराग मिले हैं, जिसे रविवार को शासन को सौंपेंगे. बता दें अशरफ को जेल में VIP सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले 4 लोगअरेस्ट भी हो चुके हैं. बताया जा रहा है कि जेल के कई और अफसरों पर भी गाज गिर सकती है.