नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) द्वारा जारी नई किताबों को लेकर विवाद तेज हो गया है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस बहस में शामिल हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नई किताब में मुसलमानों को देश के विभाजन का जिम्मेदार ठहराया गया है, जबकि यह सच नहीं है।
ओवैसी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत के विभाजन के लिए मुसलमानों को दोष देना गलत है। उनके अनुसार, “विभाजन के पीछे उस समय के वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस नेतृत्व की भूमिका रही। मोहम्मद अली जिन्ना का भी इसमें अहम योगदान था, लेकिन मुसलमानों को जिम्मेदार बताना इतिहास के साथ छेड़छाड़ है।”
गौरतलब है कि NCERT के नए पाठ्यक्रम में भारत के बंटवारे का जिम्मेदार मोहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस नेतृत्व और वायसराय माउंटबेटन को बताया गया है। इसी को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है।
इससे पहले, असम विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नुमल मोमिन समेत कई भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्हें “जिन्ना का नया अवतार” तक कह डाला था।
NCERT की नई किताबों को लेकर चल रही बहस अब सियासी रंग ले चुकी है। जहां भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं, वहीं AIMIM प्रमुख ओवैसी का यह बयान विवाद को और गरमा सकता है।
