अनदेखी से नाराज़ शहीद परिवार ने सम्मान कार्यक्रम में शामिल होने से किया मना, उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर बताई अपनी पीड़ा

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रिपोर्टर – विवेक वैष्णव

बालोद / डौंडी लोहारा – हमारे देश के वीर सैनिक हम सब की रक्षा करते अपने प्राण न्योछावर कर देते है अपनी मातृभूमि के लिए पर उसी शहीद परिवार के लोग अगर अपनी जायज मांग व अपनी समस्या के निवारण के लिए शासन-प्रशासन से अर्जी लगाए और
उनकी कोई सुनवाई न हो इससे बड़ी विडम्बना क्या हो सकती है।
यह बात भी अजीब सा लगता है लेकिन यह सच है मामला डौण्डी लोहारा विकासखण्ड के ग्राम मार्री बंगला का है जहां शहीद रितेश वैष्णव का परिवार निवासरत है वही उनके मकान के सामने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित है उसी से लगे जमीन पर मुलर साहू पिता बरातू राम साहू निवासी पसौद द्वारा गुमटी ठेला लगाकर अवैध कब्जा कर लिया गया है जिससे शहीद के परिवार के मुख्य दरवाजे के सामने ही कब्जा होने से काफी परेशानी हो रहा है गौर करने की बात यह है कि शहीद रितेश वैष्णव का परिवार जिला प्रशासन से इस कब्जे को हटाने के लिए विगत 2 वर्षों से मांग कर रहा है बावजूद कोई कार्यवाही नही की गई है वैष्णव परिवार ने अपने जीवकोपार्जन के लिए उक्त भूमि पर व्यवसाय करने के लिए जमीन खरीदी थी लेकिन इस अतिक्रमण के कारण आज वो उनसे भी वंचित हो गए है क्योंकि दुकान के सामने ही कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया गया है

शहीद के पिता ने कहा :- एक तरफ पूरे देश की अवाम अपने वीर सैनिक पर गर्व कर रहे है वही शहीदों को नमन कर उनके परिवार को संबल व ताकत दे रहे है लेकिन बालोद जिले की प्रशासन को इन बातों से लगता है कोई लेना देना नही है हकीकत यह है कि हमारी एक छोटी सी मांग भी पूरी नही हो पाई जबकि इसके लिए हमारे द्वारा लगातार मांग किया गया जायज समस्याओं के निदान करने में जब कोई कार्यवाही जिला प्रशासन व राजस्व विभाग के द्वारा किया ही नही जा रहा तो हमे राष्ट्रीय पर्व में सम्मान देने के बुलावे का क्या मतलब। मांग के बावजूद कार्यवाही नही होने से नाराज शहीद रितेश वैष्णव के पिताजी व परिवारजनों ने यह निर्णय लिया है कि अब किसी भी सम्मान आयोजन में भाग नही लेंगे ।जब तक हमारी बात मान नही ली जाती शहीद रितेश वैष्णव 12 जुलाई 2009 को नक्सलीयो से लड़ते हुए राजनादगाव जिले के मदनवाड़ा हमले में शहीद हुुुए थे।