Site icon News Today Chhattisgarh

अमृतपाल सिंह का अरेस्ट ऑपरेशन: ‘गोलियां मत चलाना…’, भगवंत मान ने आधी रात को फोन कर क्यों कहा?

चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जब यह जानकारी मिली कि 36 दिनों से पुलिस को चकमा दे रहे ‘वारिस पंजाब दे’ का चीफ अमृतपाल सिंह को मोगा के रोड़े गांव में देखा गया है और घेर लिया गया है, तो उन्होंने शनिवार और रविवार की रात को पुलिस को एक अहम निर्देश दिया. एक रिपोर्ट के मुताबिक मान ने टॉप पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि गुरुद्वारे की पवित्रता बनी रहे और गोलियां नहीं चलाईं जाएं. CM मान के एक सहयोगी ने कहा कि ‘उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बरगाड़ी और बहबल कलां जैसी कोई घटना नहीं होने दी जा सकती है. जो राज्य को कई साल तक परेशान करते रहे. उन्होंने आदेश दिया कि गोलियां नहीं चलेंगी और पुलिस गुरुद्वारे के परिसर में भीतर नहीं जाएगी.’

CM भगवंत मान के इस सहयोगी ने पुलिस महानिदेशक गौरव यादव को फोन किया था और उनसे लगातार सारी अपडेट लेता रहा. उसने बताया कि ‘जब यह फैसला लिया गया कि पूरे गांव की नाकेबंदी कर दी जाएगी, तो सीएम मान ने डीजीपी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि भारी पुलिस फोर्स मौजूद हो लेकिन कोई घबराहट नहीं फैले. इसलिए यह तय किया गया कि पुलिस को गांव में सादे कपड़ों में तैनात किया जाएगा. क्योंकि वर्दी में इतनी भारी पुलिस फोर्स से गांव वालों में आतंक फैल सकता है या उनका विरोध किया जा सकता था.’

अमृतपाल का नेटवर्क पूरी तरह से खत्म
सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल का नेटवर्क पूरी तरह से खत्म कर दिया गया और उसके संगठन के बड़े आकाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. इससे अमृतपाल बेसहारा हो गया था. जिन लोगों ने पहले उसे शरण दी थी, उन्हें भी पकड़ लिया गया था. इस कार्रवाई के बाद से पंजाब में लोगों ने अपनी कारों में अजनबियों को लिफ्ट देना बंद कर दिया था. इस बार पुलिस 18 मार्च के पिछले प्रयास की तुलना में बेहतर रूप से तैयार थी. गांव की घेराबंदी करने से पहले पूरे गांव में पुलिस अधिकारियों को तैनात करने में थोड़ा समय लिया गया. इसके बाद पुलिस ने अमृतपाल को संदेश भेजा कि गांव की घेराबंदी कर दी गई है और भागने की कोई भी कोशिश नाकाम होगी. अमृतपाल ने आत्मसमर्पण कर दिया और उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया.

ऑपरेशन के दौरान कोई खून खराबा नहीं चाहते थे मान
आत्मसमर्पण करने से पहले अमृतपाल ने मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले की फोटो के सामने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने आत्मसमर्पण की घोषणा की. अमृतपाल ने भिंडरावाले के पैतृक गांव रोड़े के गुरुद्वारे में सरेंडर किया. वहीं पर उसने पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख का पद संभाला था. अमृतपाल की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद CM मान ने कहा कि ‘वह इस अभियान को लेकर शनिवार रात भर वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहे.’ अमृतपाल को गिरफ्तार करने में विफल रहने के लिए पिछले एक महीने से आलोचना का सामना कर रहे मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि ‘वह ऑपरेशन के दौरान कोई खून खराबा नहीं चाहते थे.’ मान ने कहा कि शनिवार रात सूचना मिलने के बाद ‘मुझे पूरी रात नींद नहीं आई और मैं हर 15 मिनट, आधे घंटे के बाद वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर नियमित रूप से संपर्क में रहा ताकि जानकारी हासिल की जा सके.’

Exit mobile version