रिपोर्टर – विनोद चांवला
धमतरी / कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की रोकथाम में जुटी कई एम्बुलेंस इन दिनों पुलिस और प्रशासन की आँखों में धूल झोक कर अवैध परिवहन में जुटी है | दरअसल ज्यादातर एम्बुलेंस इन दिनों खाली खड़ी है | कई एम्बुलेंस रिजर्व रूप से अस्पताल की पार्किंग की शोभा बढ़ा रही है | इस बीच इनमे से कई ऐसे एम्बुलेंस चालक – मालक है, जो कोरोना संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम के नाम पर मरीजों के बजाये यात्रियों को इधर से उधर कर रहे है | लॉक डाउन तोड़कर यात्रियों को उनके ठिकानों तक पहुँचाने में एम्बुलेंस संचालक जोर शोर से जुटे हुए है | इसके एवज में वो यात्रियों से मोटी रकम वसूल रहे है | ऐसे ही एक मामले का खुलासा धमतरी में हुआ है | धमतरी से राजनांदगांव जा रही दो एम्बुलेंस की जब जाँच की गई तब पता पड़ा कि भीतर मरीज नहीं यात्री सफर कर रहे है | पुलिस ने दोनों एम्बुलेंस को उनके ड्राइवरों समेत अपने कब्जे में ले लिया है |
धमतरी के कोतवाली सरहदी नाकेबंदी पॉइंट में जाँच के दौरान दो एम्बुलेंस और उसमे सवार दर्जन भर से ज्यादा व्यक्तियों को देखकर पुलिस हैरत में पड़ गई | दोनों एंबुलेंस में खचा खच यात्रियों और उनके सामानों को देखकर अंदाजा लगाना लाजमी था कि ये कोई मरीज नहीं बल्कि आम यात्री है |
ये भी पढ़े : सरोगेसी से मां बनीं 22 साल बाद बीएमओ, बच्चों को भैया-भाभी के हवाले कर फिर ड्यूटी पर लौटी
धमतरी से राजनांदगांव जा रहे इन यात्रियों का अस्पताल से कोई वास्ता नहीं था | पूछताछ पर पता पड़ा कि आर्थिक लाभ के लिए एम्बुलेंस का इस्तेमाल यात्री वाहन के रूप में हो रहा था | बताया गया कि लॉक डाउन के बाद से ही कई जिलों में एम्बुलेंस सेवा इसी काम में प्रयुक्त हो रही है | एंबुलेंस में मरीज लाने – ले जाने के बहाने आम यात्रियों को धोया जा रहा है |
लॉक डाउन के दौर में शासन व प्रशासन के आदेशों का उल्लंघन किस तरह से हो रहा है, इस अवैध परिवहन ने इसकी पोल खोल दी है | धमतरी सिटी कोतवाली पेट्रोलिंग स्टाफ ने दोनों एंबुलेंस के ड्राइवरों से पूछताछ की, तब पता पड़ा कि ज्यादातर एम्बुलेंस इसी कार्य में इस्तेमाल हो रही है | पुलिस ने एंबुलेंस चालक विकास मानिकपुरी एवं वसीमुद्दीन के खिलाफ धमतरी कोतवाली में धारा 188, 34 भादवि अपराध पंजीबद्ध किया गया है |