अहमदाबाद / क्या भारत में एलियन की आवाजाही शुरू हो गई है | वे कब और कहां से आ रहे है , इसकी खोजबीन को लेकर कई एजेंसियां जुटी हुई है | दरअसल दुनिया के 30 अलग-अलग शहरों में दस्तक देने के बाद अब मोनोलिथ भारत में भी आया है | एक पार्क में मोनोलिथ के आने से लोग हैरत में है | कई लोग यह कह रहे है कि जरूर इस पार्क में एलियन ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है | प्रशासन भी इस घटना को लेकर हैरत में है |
क्या है मोनोलिथ :
मोनोलिथ को लेकर कई दावे किये जा रहे है | वैज्ञानिक भी इसकी पड़ताल में जुटे है | दरअसल मोनोलिथ एक स्टील का स्ट्रक्चर है | इसकी ऊंचाई 6 फीट से ज्यादा है | अचानक यह मोनोलिथ पार्क में नजर आया | इसे देखकर लोग अचंभे में पड़ गए | मोनोलिथ स्ट्रक्चर अहमदाबाद के थलतेज इलाके में स्थित सिम्फनी पार्क में लगा है. इसे मिस्ट्री मोनोलिथ भी कहा जाता है हालांकि, इसे जमीन में गाड़ने के कोई निशान नहीं दिख रहे हैं. दिलचस्प बात ये हे कि पार्क में काम करने वाले माली को भी इसके बारे में कुछ जानकारी नहीं है | त्रिकोण स्टील के स्ट्रक्चर के ऊपर कुछ नंबर भी लिखे गए हैं |
पार्क में आने वाले लोग इसे काफी उत्सुकता से देख रहे हैं. इसके साथ तस्वीरें भी खिंचवा रहे हैं | इस स्टील के मोनोलिथ के एकदम ऊपर एक सिम्बल भी बना हुआ है | मोनोलिथ को लेकर कई लोग इसे मिस्ट्री स्टोन के नाम से भी जानते हैं | पार्क को अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन और सिम्फनी कंपनी ने मिलकर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में बनाया था. लेकिन यह मोनोलिथ कहां से आया इसकी जानकारी न तो कॉर्पोरेशन के अधिकारियों को है, न ही सिम्फनी कंपनी के लोगों को इसके बारे में कुछ पता है | लिहाजा यह रहस्यमय घटना प्रशासन के लिए भी पहेली बन गई है |
मोनोलिथ इसके पूर्व विश्व के करीब 30 देशों में दिख चुका है | सबसे पहले ये अमेरिका के उटाह में दिखाई दिया था | इसके बाद रोमानिया, फ्रांस, पोलैंड, यूके और कोलंबिया में दिखाई दिया था | भारत में ये पहली बार दिखा है | इसे लेकर दुनिया भर में अलग-अलग थ्योरीज हैं. जानकार इसे एलियन का काम भी बताते हैं |
न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए सिम्फनी पार्क के माली आसाराम ने बताया कि जब वो यहां से शाम को अपने घर गए तब पार्क में यह स्ट्रक्चर नहीं था. सुबह वापस ड्यूटी पर आए तो ये स्टील का स्ट्रचर यहां पर दिखाई दिया | उन्होंने बताया कि गार्डन मैनेजर को इसकी जानकारी दी गई | हैरानी जताते हुए उसने कहा कि अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह मोनोलिथ कहां से आया | आसाराम साल भर से यहां कार्यरत है |