
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और सरकार के युद्धविराम के फैसले पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि युद्धविराम की घोषणा भारत सरकार ने नहीं बल्कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से करवाई, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह कदम भारतीय संप्रभुता और स्वाभिमान के खिलाफ था।
ट्रंप से करवाई युद्धविराम की घोषणा
अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, “हमें लगा कि भारत सरकार खुद युद्धविराम की घोषणा करेगी, लेकिन सरकार ने अपने दोस्त ट्रंप से यह करवा दिया।” गौरतलब है कि ट्रंप ने 10 मई को सोशल मीडिया पर दावा किया था कि भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाने में उन्होंने भूमिका निभाई है।
हालांकि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्रंप के दावे को नकारते हुए कहा था कि युद्धविराम आपसी सहमति से हुआ है।
ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर सवाल
सपा प्रमुख ने पहलगाम हमले के बाद हुए ऑपरेशन महादेव पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जिस दिन संसद में ऑपरेशन सिंदूर और सुरक्षा मुद्दों पर बहस हो रही थी, ठीक उसी दिन ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकियों को मार गिराया गया, जो संदेहास्पद है। उन्होंने पूछा – “क्या यह राजनीतिक उद्देश्य से संचालित कार्रवाई थी?”
पुलवामा की जांच पर तंज
अखिलेश ने सरकार से पूछा कि पुलवामा हमले में इस्तेमाल हुए RDX से लदी कार की पहचान अब तक क्यों नहीं हो सकी? उन्होंने इसे खुफिया एजेंसियों की विफलता बताया।
ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल
उन्होंने कहा कि अगर सुरक्षा तंत्र इतना सक्षम है तो फिर आतंकी हमले की नौबत क्यों आई? ऑपरेशन सिंदूर और महादेव की ज़रूरत ही क्यों पड़ी? उन्होंने इसे सरकार की नाकामी और योजना की कमी करार दिया।