Car Airbag: आपकी सुरक्षा के लिए आते हैं एयरबैग, लेकिन इन 4 बातों का नहीं रखा ध्यान तो खतरा बन जाएगा कार का ये फीचर

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नई दिल्ली. कारों में सेफ्टी फीचर के तौर पर एयर बैग अब स्टैंडर्ड फीचर हो गए हैं. सरकार भी एयरबैग की अहमियत को समझते हुए स्टैंडर्ड फीचर के तौर पर 2 की जगह 6 एयरबैग देने की बात कार मैन्युफैक्चरर्स को कह चुकी है. किसी भी हादसे की स्थिति में चालक सहित अंदर बैठे लोगों की सुरक्षा के लिए कारों में एयरबैग दिए जाते हैं. इस सेफ्टी फीचर के बड़े फायदे हैं और ये बड़े-बड़े हादसों में भी लोगों को बिना किसी खंरोंच के बचा लेते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि छोटी सी लापवाही के चलते जान बचाने वाले यही एयरबैग जान ले भी सकते हैं. एयरबैग लैस गाड़ियों में हमें कुछ बातों का ध्यान रखना होता है. इन बातों का यदि ध्यान नहीं रखते हैं तो हादसे की स्थिति में एयरबैग खतरनाक हो सकते हैं. आइये जानते हैं क्या हैं वो बातें….

कार में न लगाएं ये एक्सेसरी
कार में लोग बंपर को बचाने के लिए बुल गार्ड को इंस्टॉल करवा लेते हैं. ठोस लोहे से बने ये बुल गार्ड हादसे की स्थिति में एयरबैग सेंसर तक झटके को नहीं पहुंचने देते हैं और इसके चलते एयरबैग खुलते नहीं हैं. एयरबैग न खुलने पर कार के अंदर बैठे लोगों को गंभीर चोट आ सकती है.

डैशबार्ड पर पैर
कभी भी डैशबोर्ड पर पैर नहीं रखना चाहिए. यदि कार कहीं पर टकराती है तो एयरबैग एक छोटे ब्लास्ट के साथ खुलते हैं और ये आपके पैरों को पूरी तरह से मोड़ देंगे. ऐसे में आप पर दो फोर्स काम करेंगे. एक फोर्स आपको आगे की तरफ धकेलेगा वहीं एयरबैग आपके पैरों को पीछे की तरफ. ये स्थिति घातक हो जाती है और इससे जान तक का खतरा हो जाता है.

डैशबोर्ड पर सामान
यदि डैशबोर्ड पर सामान रखा होगा तो एयरबैग खुलने के दौरान वो सामान गोली की रफ्तार से उड़ेगा और किसी को भी चोटिल कर सकता है. ज्यादातर लोग मोबाइल डैशबोर्ड पर रख देते हैं जो खतरनाक हो सकता है.

आगे होकर बैठना
कार में ज्यादा आगे होकर बैठना भी खतरनाक हो सकता है. एयरबैग खुलने की स्थिति में चोट न लगने की जगह चोट ज्यादा लग सकती है. क्योंकि एयरबैग एक छोटे विस्फोट के साथ खुलते हैं और अपनी पूरी जगह लेते हैं. ऐसे में एयरबैग खुलते समय कई बार नाक और आंख पर गंभीर चोट भी पहुंचा सकते हैं.