
नई दिल्ली।
देश की सबसे पुरानी और प्रमुख एयरलाइन एअर इंडिया एक बार फिर विवादों में है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की हालिया ऑडिट रिपोर्ट ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली इस एयरलाइन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। DGCA की रिपोर्ट में एअर इंडिया में 100 खामियां पाई गई हैं, जिनमें से 7 खामियां बेहद गंभीर स्तर-1 की बताई गई हैं। इन खामियों को ‘उड़ता हुआ ताबूत’ तक कहा जा रहा है।

क्या-क्या गड़बड़ियां सामने आईं?
सूत्रों के अनुसार, DGCA की ऑडिट रिपोर्ट में पायलट और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, ड्यूटी और आराम के नियमों, उड़ान और लैंडिंग से जुड़े मानकों में गंभीर लापरवाही सामने आई है। इनमें से 7 खामियां ऐसी हैं जो सीधे विमान और यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं। DGCA ने एयरलाइन को 30 जुलाई तक इन खामियों को सुधारने का निर्देश दिया है, वहीं 44 अन्य खामियों को 23 अगस्त तक दुरुस्त करने को कहा गया है।

चार कारण बताओ नोटिस भेजे गए
DGCA ने एअर इंडिया को अब तक चार कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। ये नोटिस पायलटों और क्रू के कार्य समय के उल्लंघन, ट्रेनिंग नियमों की अनदेखी और ऑपरेशनल प्रोसीजर के उल्लंघन को लेकर भेजे गए हैं। इसके पहले DGCA ने 21 जून को चालक दल की शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग में लापरवाही पाए जाने पर तीन अधिकारियों को हटाने का आदेश दिया था।

अहमदाबाद हादसे की रिपोर्ट ने खोली पोल
इससे पहले विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने जुलाई की शुरुआत में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे पर 15 पन्नों की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि फ्लाइट AI-171 के दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति उड़ान के कुछ सेकंड बाद बंद हो गई थी, जिससे पायलट भ्रम में पड़ गए और विमान वापस जमीन से टकरा गया।

मार्च में भी DGCA ने लगाई थी फटकार
मार्च 2025 में DGCA ने एअर इंडिया एक्सप्रेस को भी लापरवाही पर फटकार लगाई थी। एयरलाइन ने यूरोपीय यूनियन की एविएशन सेफ्टी अथॉरिटी के निर्देशों का पालन नहीं किया और Airbus A320 के इंजन के जरूरी पार्ट्स समय पर नहीं बदले। इसके अलावा, AMOS सिस्टम में रिकॉर्ड में हेराफेरी कर गलत रिपोर्ट पेश की गई थी।

एअर इंडिया का बयान
DGCA की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एअर इंडिया ने कहा है कि वह सभी खामियों को तय समय सीमा में सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। एयरलाइन ने DGCA को पूर्ण सहयोग देने और आवश्यक जवाब समय पर देने की बात कही है।
निष्कर्ष:
भारत की प्रमुख एयरलाइन के रूप में एअर इंडिया की यह स्थिति चिंताजनक है। यात्रियों की सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आम जनता की जान जोखिम में डालने जैसा है। DGCA की सख्ती और पारदर्शी जांच से आने वाले समय में सुधार की उम्मीद की जा रही है।