
इंदौर की सिलिकॉन सिटी की पॉश कॉलोनी में हुई 15 लाख रुपए की चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में एक प्रेमी जोड़े को गिरफ्तार किया है, जो कोई शातिर अपराधी नहीं बल्कि पढ़े-लिखे युवा हैं। बताया गया कि फिल्म ‘बंटी-बबली’ से प्रेरित होकर दोनों ने चोरी की साजिश रची। युवक ने बताया, कि पहले टीसीएस में ग्राफिक डिजाइनर था, लेकिन AI के चलते नौकरी चली गई। वहीं युवती NEET की तैयारी कर रही थी। आर्थिक संकट के कारण दोनों ने वारदात को अंजाम देने का फैसला किया।

डीसीपी कृष्ण लालचंदानी ने बताया, कि दोनों बचपन से साथ पढ़ते रहे हैं। दुकान की पूरी प्लानिंग के लिए उन्होंने करीब एक हफ्ते तक ‘श्री ज्वेलर्स’ की रेकी की और भरोसा बनाने के लिए कुछ दिनों पहले वहीं से खरीदारी भी की थी। रेकी के दौरान इस्तेमाल की गई स्कूटर के जरिए पुलिस को अहम सुराग मिला और जांच आगे बढ़ाते हुए टीम मंडला तक पहुंच गई।

बताया जा रहा है कि दोनों ने करीब 15 लाख रुपए के गहने चोरी किए थे जिन्हें वे इंदौर के सराफा बाजार में बेचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कम उम्र होने के चलते किसी ने सामान नहीं खरीदा। इसके बाद दोनों क्रिसमस मनाने मंडला निकल गए। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर दोनों को भोपाल रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया और पूरा चोरी का माल बरामद कर लिया गया है। महज 18 साल की उम्र में करियर की शुरुआत कर चुके युवाओं का इस तरह चोरी की वारदात में शामिल होना इंदौर में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था बल्कि AI के दौर में युवाओं के सामने खड़ी नई चुनौतियों को भी उजागर करता है।




