नई दिल्ली / दिल्ली में सुशांत सिंह राजपूत केस की सीबीआई जांच के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की चर्चा राजनैतिक गलियारे में लोगों की जुबान पर थी | इस बीच प्रियंका गांधी से जुडी एक खबर भी चर्चा का विषय बन गई | खबर के मुताबिक कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गांधी-नेहरू परिवार से बाहर के शख्स को कांग्रेस पार्टी की कमान सौंपने की वकालत की है। उन्होंने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की राय का समर्थन किया है। दरअसल कुछ दिनों पूर्व ही राहुल ने कहा था कि गांधी परिवार के बाहर के व्यक्ति को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। प्रियंका ने कहा कि शायद राहुल ने इस्तीफा वाले पत्र में नहीं, लेकिन कहीं और कहा था कि गांधी-नेहरू परिवार से कोई पार्टी का अध्यक्ष नहीं होना चाहिए। मैं उनकी बात से पूरी तरह सहमत हूं। यह दावा 13 अगस्त को प्रकाशित ‘इंडिया टुमॉरो’ किताब में किया गया है। प्रदीप चिब्बर और हर्ष शाह इस किताब के लेखक हैं।
इस किताब के अनुसार प्रियंका ने पार्टी के अध्यक्ष पद के मुद्दे पर आगे कहा कि अध्यक्ष भले ही गांधी परिवार से न हो, लेकिन वह उनका बॉस होगा और वह उनकी हर बात मानेंगी। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी अध्यक्ष मुझे कहते हैं कि तुम्हारी जरूरत उत्तर प्रदेश में नहीं, बल्कि अंडमान और निकोबार में है, तो मैं खुशी-खुशी चली जाऊंगी।
दरअसल 2019 लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन इतना खराब रहा कि राहुल खुद अमेठी से चुनाव हार गए थे। इस्तीफे के बाद राहुल ने पार्टी की एक बैठक में कहा था कि अगला अध्यक्ष कोई गांधी-नेहरू परिवार से बाहर का शख्स होना चाहिए। हालांकि, पिछले साल अगस्त में सोनिया गांधी को पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था और पिछले एक साल में पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाने की कई बार मांग की है। दो दिन पहले कांग्रेस के 100 बड़े नेताओं और सांसदों का एक पत्र भी राजनैतिक गलियारे में चर्चा का विषय रहा है |
इस पत्र को लेकर पार्टी के निलंबित नेता संजय झा ने एक ट्वीट में दावा किया था कि कांग्रेस में राजनीतिक नेतृत्व में बदलाव और कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) में पारदर्शी चुनाव की मांग को लेकर 100 नेताओं ने सोनिया को चिट्ठी लिखी है | हालांकि इसके बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सफाई देते हुए ऐसी किसी चिठ्ठी से इंकार किया था | प्रियंका गाँधी के इस मंतव्य के बाद राजनैतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि कांग्रेस आलाकमान को आम नेता नहीं बल्कि राहुल-प्रियंका तय करेंगे | वे जिस नेता पर मुहर लगाएंगे पार्टी के तमाम नेता उसे ही सलाम करेंगे |