दिल्ली / कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक अभी भी जारी है | लेकिन अब फेस सेविंग का दौर अब शुरू हो गया है | पार्टी के 23 नेताओं द्वारा सोनिया गाँधी को लेकर जो चिट्ठी लिखी गई, उसके कारण बैठक की शुरुआत काफी तीखी रही | लेकिन अब विवाद बढ़ता देख वरिष्ठ नेताओं की ओर से माहौल शांत करने की कोशिश की जा रही है | कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कथित बयान को लेकर पलटवार करने वाले कपिल सिब्बल और अब गुलाम नबी आज़ाद के तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे है | उन्होंने राहुल के बयान को लेकर सफाई पेश की है |
राज्यसभा में कांग्रेस के सदन नेता गुलाम नबी आज़ाद ने ट्वीट कर लिखा कि ‘इस प्रकार की कुछ खबरें चल रही हैं कि मैंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी में राहुल गांधी से कहा है कि वो भाजपा के साथ मेरे सहयोग को साबित करें | मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ना CWC की बैठक में और ना ही बाहर राहुल गांधी ने हमारी चिट्ठी को भाजपा से जोड़ा है | आजाद ने अगले ट्वीट में लिखा कि मैंने ये कहा था कि कांग्रेस के कुछ नेता आरोप लगा रहे हैं कि हमने भाजपा की ओर से ऐसी चिट्ठी लिखी है | इसलिए मैंने बोला था कि ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ साथी (CWC से बाहर) इस प्रकार के आरोप लगा रहे हैं, अगर वो ये साबित कर दें तो मैं इस्तीफा दे दूं |
दरअसल CWC की बैठक से यह जानकारी आई थी कि राहुल गांधी बैठक में चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर भड़क गए थे | उन्होंने ऐसे नेताओं को भाजपा को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया था | मामले के तूल पकड़ने के बाद गुलाम नबी आज़ाद के इस्तीफा देने की बात सामने आई थी |