Tuesday, September 24, 2024
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नहीं रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत , इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर लगा श्रद्धांजलि का तांता , कई नेताओं और अफसरों ने श्रद्धा-सुमन भी अर्पित किये , कुछ देर बाद पता पड़ा की निधन की झूठी खबर फैलाई गई , 6 के खिलाफ केस दर्ज

देहरादून वेब डेस्क / बुधवार को सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निधन की आई खबर के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया | यह खबर सोशल मीडिया पर आई थी | इसके बाद जंगल में लगी आग की तरह फ़ैल गई | एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप , ट्विटर , इंस्टाग्राम और मैसेंजर पर भला आदमी बताकर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों की बाढ़ आ गई | पक्ष विपक्ष के कई नेताओं नौकरशाहों ने उन्हें जनता का नेता बताकर उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की | इस बीच मुख्यमंत्री निवास की ओर कई नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपनी गाड़ियां दौड़ा दी | उधर सोशल मीडिया पर यह खबर इतनी ट्रेंड हुई कि हरी के द्वार “हरिद्वार” में कई कार्यकर्ता गंगा किनारे अपने प्रिय नेता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने पहुंच गए | इस बीच जो लोग मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और उनके सचिवालय में संपर्क किया , उन्हें पता पड़ा कि मुख्यमंत्री जी तो अफसरों के साथ बैठक ले रहे है | वो पूरी तरह से स्वस्थ और ठीक है | किसी ने उनकी निधन की अफवाह फैलाई है | यह सुनकर लोगों की राहत की साँस ली | फिर सोशल मीडिया पर नई सूचना दी कि मुख्यमंत्री जीवित है , और कामकाज में जुटे है | 

उधर मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश के बाद अफवाह फैलाने वाले 6 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है | सीएम रावत के निधन की अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने जिन छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, उनमें पंकज ढौंडियाल, नरेंद्र मेहता, नवीन भट्ट, शरद कैंतुरा, कुलदीप पंवार, कमल सिंह नेगी शामिल हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के निधन की खबर तेजी से फैली | अचानक मुख्यमंत्री के स्वर्ग सिधार जाने   के बाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया | दरअसल फेसबुक पर किसी ने सीएम त्रिवेंद्र के निधन की झूठी खबर पोस्ट की थी | देखते ही देखते यह खबर सभी प्लेटफॉर्म पर तेजी से फ़ैल गई | 

सोशल मीडिया पर सीएम रावत के निधन की फेक पोस्ट पर कमेंट्स की झड़ी भी लग गई | कुछ देर बाद मुख्यमंत्री के जीवित होने की पुष्टि हुई | इस मामले पर डीजी लॉ एंड ऑर्डर आशोक कुमार ने न्यूज टुडे से कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी | 

दरअसल सोशल मीडिया के माध्यम का दुरुपयोग करते हुए एक शख्स ने फेसबुक पर झूठी खबर फैलाते हुए लिखा कि बहुत दु:खद घटना अभी-अभी उत्तराखंड मुख्यमंत्री का निधन हो गया है | फिर क्या था लोगों ने इसे सच मान लिया | बगैर पुष्टि किये कई नेताओं ने फौरन अपना मुंह खोला और मुख्यमंत्री के असमायिक निधन पर लंबा सा शोक संदेश लिख दिया |  इस पोस्ट पर एक के बाद एक लोगों ने मुख्यमंत्री के निधन को लेकर कमेंट्स करना शुरू कर दिया | कई लोगों ने दु:ख जताया तो कई लोगों ने कुछ अन्य टिप्पणियां कीं | 

सोशल मिडिया पर मुख्यमंत्री के निधन को लेकर फैली खबर की पुष्टि के लिए पुलिस मुख्यालय से लेकर मंत्रालय के फोन घनघनाने लगे | कई लोगों ने तो मुख्यमंत्री से बात करने के बाद राहत की सांस ली | इसमें त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी भी शामिल है | इसके उपरांत पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी को मुकदमा दर्ज करके संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए | 

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