कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद शरीर से गहने नदारत , भोपाल के चिरायु अस्पताल में लाशों पर झपटमार , मां के गहने की मांग को लेकर पीड़ित बेटे ने शिवराज सिंह सरकार और केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन से मांगी मदद

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भोपाल /  केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने मध्यप्रदेश पुलिस के आला अफसरों और मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क साधा है | मामला कोरोना संक्रमित एक महिला की मौत के बाद उसके शरीर से गहने गायब होने का है | यह महिला स्थानीय चिरायु अस्पताल में भर्ती थी | पीड़ितों के मुताबिक उनकी मां की अंतिम निशानी वही गहने थे जो उसने अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान भी पहने हुए थे | उसे बिल्कुल भी यकीन नहीं था कि कोरोना उसकी जान ले लेगा | इस मां ने अपने बच्चों से जल्द घर लौट कर आने का वादा किया था | उसने भरोसा दिलाया था कि वो कोरोना को हराकर लौटेगी | लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था | इस तरह की घटना से वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के प्रभाव से अब लोगों की जान ही नहीं बल्कि माल पर भी संकट की स्थिति बन गई है | 

भोपाल से संकट के इस माहौल में ऐसी अप्रत्याशित घटना सामने आने के बाद पुलिस भी हैरत में है | पीड़ितों की शिकायतों के मुताबिक राजधानी के चिरायु अस्पताल में कोरोना संक्रमित उनकी मां के जेवर चोरी होने से वे हैरत में है | मृतक महिला के एनआरआई 

बेटे ने मां की आखरी निशानी के रूप में उन गहनों को वापस दिलवाने  की गुहार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से भी लगाई है। पीड़ित बेटे को जवाब देते हुए मंत्री हर्षवर्धन ने स्थानीय पुलिस अफसरों और मुख्यमंत्री से संपर्क साधा है | 

मिली जानकारी के अनुसार, इस पर मृतक महिला के बेटे अनिल रावत ने बताया कि, वे मूलत: सागर जिले के मकरोनिया क्षेत्र के रहने वाले है | उनके मुताबिक वे अरब में कतर के एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं। उनके मुताबिक इन दिनों कोरोना के चलते उनकी घर वापसी हुई है | उन्होंने बताया कि 72 साल की उनकी मां कमला रावत समेत परिवार के चार सदस्यों को कोरोना हो गया था। इसमें मां की तबियत ज्यादा खराब होने पर उन्हें भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां कुछ दिन इलाज के बाद उनकी मां की मौत हो गई थी | उन्होंने बताया कि मां की मौत के बाद उनके भाई ने अस्पताल प्रबंधन से मां के जेवर और सामान की मांग की | लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसे नहीं दिया।

पीड़ित परिवार ने इस मामले में  दो पेज का शिकायती आवेदन भोपाल आईजी को कार्रवाई के लिए भेजा है | इसके साथ ही चिरायु अस्पताल के संचालक और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को भी पत्र लिखकर गहने की मांग की गई है | शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उनकी मां के पास से 3 सोने की चूड़ियां, एक सोने का मंगलसूत्र, दो कान के टॉप्स, चार सोने की अंगूठी के अलावा पायल और बिछिया थे। उनके मुताबिक यह उनकी मां की आखिरी निशानी है , इसकी कीमत उनके लिए मायने नहीं रखती, लेकिन यह उनकी मां की यादें हैं। जो उन्हें वापस मिलनी चाहिए |