राहुल गाँधी के बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हमलावर रुख के बाद छत्तीसगढ़ में बीजेपी का पलटवार , पोस्टरबाजी पर बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल का तंज , कहा – नड्डा कौन हैं, बताने की जरूरत नहीं, पर पप्पू कौन है यह सारा देश  जानता है

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रायपुर / कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी के बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर तीखे हमले के बाद राज्यों से भी प्रतिक्रिया सामने आने लगी है | छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जेपी नड्‌डा कौन हैं, ये हमें बताने की जरूरत नहीं सारा देश जानता है और सारा देश यह भी जानता है कि पप्पू कौन है ? उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता और देश की जनता को समझना चाहिए कि जो इस तरह की बातें करने वाले कितने अज्ञानी लोग हैं।

राहुल पर हमला करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने आगे कहा कि मुझे लगता है यह ओछापन है.. एक तरीके का छोटापन है। यह जनता के बीच राजनीतिज्ञों की छवि गिराने की कोशिश है। ऐसे लोगों को जनता से सम्मान की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर में भाजपा कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल पर तीखा हमला किया है | 


दरअसल दिल्ली में राहुल गांधी ने पत्रकारों के एक सवाल पर जेपी नड्डा की तरफ से उठाए सवालों का जवाब देते हुए यह कहा कि आखिर जेपी नड्डा है कौन, क्या वह हिंदुस्तान के प्रोफेसर हैं जो मैं उनकी बातों का जवाब दूं। असल में मंगलवार को राहुल गांधी की प्रस्तावित प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले जेपी नड्डा ने चीन, कृषि कानून, और कोविड-19 के मुद्दों पर कुछ सवाल ट्वीट के जरिए राहुल गांधी से पूछे थे। राहुल के इस हमले से बीजेपी में सनसनी फ़ैल गई थी | इसके बाद केंद्र से लेकर राज्य तक बीजेपी ने कांग्रेस को जवाब देने के लिए अपने स्थानीय नेताओं को भी मैदान में उतार दिया था | 

बृजमोहन अग्रवाल ने राहुल गाँधी के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा | उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को प्रदेश में कांग्रेस की वादा खिलाफी को लेकर धरने का ऐलान किया | उन्होंने कहा कि राज्य में 1300 करोड़ का धान सड़ रहा है | इसके लिए कौन जिम्मेदार है?  मैंने विधानसभा में सरकार से सवाल पूछा था जिसमें आधिकारिक तौर पर मुझे जवाब दिया गया कि 4 लाख 17 हजार टन पिछले साल का धान यूं ही पड़ा हुआ है। इसकी कीमत लगभग 1300 करोड़ है।  इस धान की मिलिंग नहीं हुई। इसकी जिम्मेदारी किसकी है, यह सरकार को तय करना चाहिए। आखिरकार वह जनता का पैसा है। क्या सरकार मिलिंग ना हो पाने के मामले में अपराध दर्ज करेगी। छत्तीसगढ़ से धान का कटोरा कहलाने का सौभाग्य भी पंजाब ने छीन लिया। पंजाब छत्तीसगढ़ से 3 गुना ज्यादा धान की पैदावार कर रहा है, यह सरकार की गलत नीतियों की वजह से है।प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सरकार की कृषि नीतियों पर सवाल उठाते हुए कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुरानी फसलों का न तो पेमेंट हो रहा है, ना ही किसानों की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें बोनस के पैसे भी नहीं दिए जा रहे।