कोरोना पर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद बोले प्रधानमंत्री मोदी ,‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को गंभीरता से लेने और टीकाकरण अभियान को बढ़ाने की जरूरत

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नई दिल्ली / कोरोना से देश में बिगड़ते हालात से निपटने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ महामंथन किया. पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं | चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया और कई बड़े संदेश दिए |

कोरोना के खिलाफ पीएम मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘अगर हम इस महामारी को नहीं रोकते हैं, तो यह एक राष्ट्रीय प्रकोप जैसी स्थिति पैदा कर सकता है. हमें जल्द से जल्द COVID के बढ़ते दूसरे शिखर को रोकना चाहिए. इसके लिए हमें त्वरित और निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है |’

प्रधानमंत्री ने कहा कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को एक साल से ज्यादा हो रहा है। भारत के लोगों ने कोरोना का जिस प्रकार सामना हो रहा है, उसे लोग उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हैं। आज देश में 96 प्रतिशत से ज्यादा मामले रिकवर हो चुके हैं। मृत्यु दर में भी भारत सबसे कम दर वाले देशों में है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में केसों की संख्या बढ़ रही है। देश के 70 जिलों में ये वृद्धि 150 प्रतिशत से ज्यादा है। हमें कोरोना की इस उभरती हुई “सेकंड पीक” को तुरंत रोकना होगा।

जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई का दुनिया में उदाहरण दिया जाता है, हमारी स्वस्थ होने की दर 96 प्रतिशत से अधिक है और मरने वाले लोगों की संख्या सबसे कम है। उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए। हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है।

‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर हमें गंभीरता की जरूरत

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि लोग पैनिक मोड में न जाएं। हमें पहल करनी होगी और लोगों को इन समस्याओं से मुक्त करना होगा। हमें अपने प्रयासों में अपने अनुभवों का उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर भी हमें उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसे कि हम पिछले एक साल से करते आ रहे हैं। हर संक्रमित व्यक्ति के contacts को कम से कम समय में ट्रैक करना और RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है।

छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा

उन्होंने कहा कि हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा। हमें छोटे शहरों में “रेफरल सिस्टम” और “एम्बुलेंस नेटवर्क” के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है। हम एक दिन में 30 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने के आंकड़े को भी पार कर चुके हैं। लेकिन इसके साथ ही हमें वैक्सीन doses waste होने की समस्या को बहुत गंभीरता से लेना है।

कोरोना की लड़ाई में वैक्सीन प्रभावी हथियार

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में वैक्सीन प्रभावी हथियार है। देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है। हम एक दिन में 30 लाख लोगों को वैक्सीनेट करने के आंकड़े को भी पार कर चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के अधिकांश कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं जिन्हें कोरोना की कई वेव का सामना करना पड़ा। हमारे देश में कुछ राज्यों में मामले कम होने के बाद अचानक से बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट बहुत ज़्यादा है।

महामारी को यहीं नहीं रोकेंगे तो देशव्यापी आउटब्रेक की स्थिति बन सकती है

देश के 70 ज़िलों में तो पिछले कुछ हफ़्तों में ये वृद्धि 150% से भी ज़्यादा है। अगर हम इस बढ़ती हुई महामारी को यहीं नहीं रोकेंगे तो देशव्यापी आउटब्रेक की स्थिति बन सकती है। हमें जल्दी और निर्णायक कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि ये मंथन का विषय है कि आखिर कुछ क्षेत्रों में ही टेस्टिंग और टीकाकरण कम क्यों हो रहा है। हमें जहां जरूरी हो माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन बनाने के विकल्प पर भी काम करना चाहिए।

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