उमरिया / कोरिया – छत्तीसगढ़ के कोरिया में सफ़ेद भालू नजर आने के बाद पडोसी राज्य मध्यप्रदेश की सरहद पर स्थित उमरिया में भौकने वाले हिरण की चर्चा जोरो पर है | उमरिया के बांधवगढ़ में विभिन्न वन्य जीवों की बाहुल्यता के बावजूद पर्यटकों का ध्यान भौंकने वाला हिरण खींच रहा है | आमतौर पर लोगों ने कुत्तों को भौंकते देखा है | हिरण के भौंकने का नजारा वाक़ई लोगों के लिए रोमांचित करने वाला है |इन दिनों बांधवगढ़ में शेरो से ज्यादा चर्चा भौंकने वाले हिरण की है | उसे देखने के लिए दूर -दूर से पर्यटक आ रहे है |
माना जा रहा है कि बांधवगढ़ में शानदार और समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र की मौजूदगी के चलते बाघों की चहलकदमी के साथ -साथ भौंकने वाले हिरणों की उछाल को देखा जा सकता है | वैसे तो बाघों के अनुकूल जीवन के लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ने दुनिया भर में चर्चित है | लेकिन अब वो भौंकने वाले हिरणों को लेकर ख्याति अर्जित कर रहा है। बांधवगढ़ में बाघों की सामान्य तौर पर वृद्धि वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक सुखद आश्चर्य है। यहाँ चीतल, सांभर, नीलगाय, चिंकारा, जंगली सुअर, चौसिंगा, लंगूर और रीसस मकाक के बीच भौंकने वाले हिरणों ने भी अपने आपको ढाल लिया है |
बताया जाता है कि यहां स्वाभाविक रुप से मिलने वाला काकड़ हिरण बारहसिंगा की प्रजाति का छोटे कद का हिरण है | इसकी विशेष तीखी आवाज से किसी कुत्ते के भौंकने का अहसास होता है | इसलिए इसे कुत्तों जैसी आवाज निकालने के कारण ‘भौंकने वाला हिरण’ या ‘बार्किंग डिअर’ भी कहा जाता है। इसके सींग बहुत ही खूबसूरत होते है। मुँह में इनकी लप लपाती जीभ इतनी लंबी होती है कि इससे ये अपने पूरे चेहरे को चाट कर साफ कर लेते हैं। बारहसिंगा की तरह ही काकड़ हिरण के सींग भी कुछ समय अंतराल पर गिर जाते हैं किन्तु इनके पूरे सींग नहीं बल्कि उनका ऊपरी कुछ हिस्सा ही गिरता है।
हाल ही में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के चिरमिरी में सफ़ेद भालू दिखने से लोग हैरत में पड़ गए थे | आमतौर पर देश में काले रंग के भालू ही पाए जाते है | लेकिन पहली बार राज्य में सफ़ेद भालू देखा गया है | बताया जाता है कि चिरमिरी के डोमनहिल इलाके में एक व्यक्ति को उसके बाड़े में दुर्लभ सफेद भालू दिखाई दिया था | यह भालू कटहल खाने के लिए पेड़ पर चढ़ रहा था | इस दौरान एक व्यक्ति ने फौरन मोबाइल पर उसकी फोटो खींची और वीडियो भी बनाया। लोग इस सफ़ेद भालू को कौतूहल की दृष्टि से देख रहे है | मामले की सूचना वन विभाग को भी दी गई है |