सिंगरौली वेब डेस्क / मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में चमगादड़ों की मौत का सिलसिला शुरू होने से लोग भयभीत है | उन्हें कोरोना के संक्रमण का अंदेशा सता रहा है | शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक चमगादड़ों के मारे जाने से प्रशासन भी सकते में है | शहरों में जहाँ मरने के बाद चमगादड़ सडकों और लोगों के घरों में गिर रहे है |
वहीँ ग्रामीण इलाकों में खेत खलियानों और ग्रामीणों के आंगन में देखे जा रहे है | इस सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद पशु चिकित्सालयों को सूचना दी जा रही है | मरे हुए चमगादड़ों को लोग सावधानी के साथ आग के हवाले कर रहे है |
स्थानीय माडा गांव में कई खेतों और आम के बगीचों में अचानक से सैकड़ों की संख्या में चमगादड़ों के मरे मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है | लोगो में इसे लेकर कोरोना वायरस का खौफ दिखाई दे रहा है | ग्रामीणों की सूचना के बाद पशु और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर घटना का जायजा लिया | इस टीम ने निरीक्षण के बाद सैंपल इकठ्ठा कर जाँच के लिए भोपाल भेज दिया हैं |
बताया जाता है कि सिंगरौली जिले के कई इलाकों में रहस्यमयी तरीके से हजारों की संख्या में चमगादड़ मरे मिले | कई चमगादड़ जमीन पर तड़प रहे थे, तो कई मौके पर मौजूद लोगों की आंखों के सामने गिर रहे थे | अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों से चमगादड़ों के मरने की सूचना आई थी | अब इस कड़ी में मध्य प्रदेश भी शामिल हो गया है |
सिंगरौली जिले के लोगों का कहना है कि उन्हें डर है कि कहीं किसी वायरस के कारण तो चमगादड़ों की मौत नहीं हुई | तो दूसरी ओर कई लोगों के बीच कोरोना वायरस के फैलने का खौफ बना हुआ है |
सिंगरौली की पशु चिकित्सक अनामिका कुशवाहा का कहना है कि चमगादड़ों का सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया है | जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि इनकी मौत किसी वायरस से हुई है या बढ़ी हुई गर्मी और धूप से | उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट का इंतजार है उसके आने के बाद ही पता चल पाएगा कि चमगादड़ों की मरने की वजह क्या थी ?