संसद का शीतकालीन सत्र, अदाणी मामला और वक्फ विधेयक बढ़ाएंगे शीतसत्र का तापमान

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संसद के सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में अदाणी और वक्फ संशोधन विधेयक की ही गूंज सुनाई देने के आसार हैं। अदाणी समूह को लेकर समय-समय पर सरकार पर निशाना साधते रहे विपक्ष ने रिश्वत प्रकरण सामने आने के बाद और भी हमलावर रुख अपना लिया है। विपक्षी इंडिया ब्लॉक अदाणी मामले में पहले ही दिन चर्चा कराने पर अड़ा है। दूसरी तरफ, सरकार ने विपक्ष के विरोध की परवाह न करते हुए वक्फ संशोधन विधेयक इसी सत्र में पेश करने का संकेत दिए हैं।

इससे जुड़ी जेपीसी शुक्रवार को विधेयक पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। शीत सत्र ऐसे समय शुरू हो जा रहा है जब शनिवार को ही महाराष्ट्र और झारखंड के नतीजे आए हैं। इससे पूर्व मानसून सत्र के बाद हरियाणा और जम्मू कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र में प्रचंड जीत से मोदी सरकार उत्साहित है, जबकि लोकसभा चुनाव के लगे लगातार झटके से विपक्षी खेमे में निराशा का वातावरण है।

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के निराशाजनक नतीजे से भी विपक्षी खेमे में बेचैनी है। ऐसे में अदाणी समूह से जुड़े मामले ने उसे शीत सत्र के लिए एक बड़ा हथियार दे दिया है। विपक्ष की रणनीति पहले की तरह इस मामले में जेपीसी के गठन की मांग रखने की है। हालांकि, सरकार का इरादा अदाणी समूह के विपक्ष शासित राज्यों में निवेश और विपक्षशासित राज्यों में रिश्वत बांटे जाने संबंधी रिपोर्ट को हथियार बनाते हुए पलटवार करने की है।

वक्फ विधेयक पर गठित जेपीसी विपक्ष के भारी विरोध के बीच शुक्रवार को रिपोर्ट पेश करेगी। विपक्ष इस मामले में और चर्चा के लिए कार्यकाल बढ़ाने की मांग कर रहा है, जबकि समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा है कि अंतिम बैठक संपन्न होने के बाद रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके अलावा सरकार ने इस विधेयक को इसी सत्र में पेश और पारित कराने की योजना बनाई है। चूंकि जेपीसी की सभी बैठकों में हंगामा हुआ है, ऐसे में इससे जुड़ी रिपोर्ट पेश होने से ले कर विधेयक को पेश करने तक सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त सियासी खींचतान होगी।