नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए इस संगठन से जुड़े ऐप, वेबसाइट और सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है. आपको बता दें कि SFJ पंजाब विधान सभा चुनाव में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए ऑनलाइन मीडिया का उपयोग करने की साजिश कर रहा था.
प्राप्त खबर के मुताबिक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कुछ ऐप्स, वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई की है. पिछले हफ्ते भारत सरकार ने चीन से जुड़े 54 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था. सूत्रों के मुताबिक, प्रतिबंधित किए गए ऐप देश की अखंडता एवं संप्रभुता को खतरे में डालने वाली गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त पाए गए थे. इनसे देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा होने की आशंका पाई गई. सूत्रों ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन 54 ऐप को प्रतिबंधित करने के लिए अंतरिम निर्देश जारी कर दिए हैं. मंत्रालय को इस बारे में गृह मंत्रालय से सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69ए के तहत पाबंदी लगाने का अनुरोध मिला था.
गौरतलब है कि सिख फॉर जस्टिस एक विदेशी संगठन है. इनकी जड़ें कनाडा से लेकर ब्रिटेन तक है. इस संगठन की नींव साल 2007 में अमेरिका में रखी गई थी. SFJ का मुख्य एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है. अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू इस संगठन का मुख्य चेहरा है. ये संगठन पिछले कई दिनों से पंजाब की जनता को भड़काने का काम कर रहा है. किसान आंदोलन के दौरान ‘सिख फॉर जस्टिस’ का नाम काफी चर्चा में रहा था. गणतंत्र दिवस से पहले भी पन्नू ने हिंसा की धमकी दी थी. पन्नू ने कहा था कि अगर कोई हिंसा होती है तो उसके लिए भारत सरकार ही जिम्मेदार होगी.