सिरोही: राजस्थान के सिरोही से धर्मांतरण के लिए एक महिला को प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिससे जिले में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि रेवदर तहसील की एक महिला ने ईसाई धर्म स्वीकार नहीं किया तो उसके पति व ससुराल पक्ष के लोगों ने उससे मारपीट कर कठोर यातनाएं दी. ससुराल पक्ष पर महिला को जंजीरों से बांधने का भी आरोप है. 2 दिसंबर को सिरोही पुलिस को मामले की शिकायत मिली है. जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
पीड़िता के पिता ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए है. साथ ही सिरोही पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल को लिखित शिकायत देकर सख्त कार्रवाई कि मांग उठाई है. महिला से एक महीने के बेटे को भी अलग करने का आरोप लगाया है. पीड़िता के पिता को महिला को जंजीरों में बांधने की खबर मिली थी जिसके बाद वे उसके ससुराल पहुंचे और जंजीरों को खोलकर उसे मायके में लेकर आए.
फिलहाल पीड़ित महिला की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. शारीरिक रूप से कमजोर होने के साथ-साथ महिला की मानसिक स्थिति भी बिगड़ चुकी है. गुजरात के पालनपुर में महिला का इलाज करवाया जा रहा है. पूरा मामला सिरोही जिले के रेवदर तहसील के अनादरा थाना क्षेत्र के धानेरा गांव का है. जहां एक महिला को ईसाई धर्म स्वीकार करने का दबाव ससुराल पक्ष द्वारा बनाया गया. ऐसा न करने पर उसे तरह-तरह की यातनाएं दी गई. पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया रेवदर तहसील के दौलपुरा हाल लिलोरा निवासी जगसी राम पुत्र चेलाराम कोली ने शिकायत दर्ज करवाई है।
जिसमें उसने बताया है कि उसकी बेटी पंकू की शादी दीपाराम पुत्र गणेशजी कोली निवासी धानेरा तहसील रेवदर के साथ करीब एक साल पूर्व हिंदू रीति-रिवाज से सम्पन्न हुई थी. शादी के बाद कुछ महीने तक दीपाराम और उसके परिजनों ने उनकी बेटी को ठीक रखा. इसके बाद आए दिन छोटी-मोटी बातों को लेकर मारपीट व झगड़ा करने लगे. इसके साथ ही उसपर ईसाई धर्म स्वीकार करने का दबाव बनाने लगे ज़ब उसके द्वारा ईसाई धर्म स्वीकार नहीं किया गया तो उसको कई यातनाएं दी गई.
पीड़िता के पिता ने कहा कि उनका दामाद सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करता है उसने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है और उसकी बेटी से ईसाई धर्म अपनाने और ईसाई मिशनरी वालों के कार्यक्रम में जाने की बात कहता है. लेकिन जब उनकी बेटी ने कहा कि वह हिंदू धर्म से है, इसलिए ईसाई धर्म के किसी भी कार्यक्रम में नहीं जाएगी, इस पर दीपाराम उसे जबरन धर्म परिवर्तन करने के लिए प्रताड़ित करने लगा.
महिला के पिता ने आगे कहा कि उसके बेटी के पति, जेठ शंकर, उमाराम, जेठानी फूली देवी, मंजू और जमुना देवी ने भी ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है.वे हर सप्ताह मिशनरी वालों के साथ कार्यक्रम में जाते है, उसका प्रचार प्रसार करते हैं. पंकू के ससुराल के सभी लोग उसपर ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए दबाव डालने लगे है. ऐसा न करने पर उसके साथ हर रोज मारपीट कर बहुत क्रूरता पूर्वक व्यवहार करते हैं. लगातार मारपीट और मानसिक प्रताड़ना से उसकी स्थिति बिगड गई है. हालांकि महिला के पिता द्वारा जो आरोप लगाए गए है उसमें कितनी सच्चाई है ये जांच के बाद ही पता लग पाएगा.