रायपुर / दिल्ली : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ED के क्षेत्रिय कार्यालय में हथियारबंद नौजवान कभी भी कहर बन कर टूट सकते है। उनके कमर पर लटकी ‘पिस्टल’ बताती है कि वे PSO के पद पर कार्यरत है, लेकिन वे भृत्य का कार्य करते नजर आ रहे है। हथियारबंद नौजवानो को मौके पर कभी किसी को पानी पिलाते, खाना लेते देते, दवाई, ब्लड प्रैशर मीटर, शुगर किट और अन्य मेडिकल वस्तुए हाथो में थामे देखा जा रहा है।
बताते है कि ज्यादातर नौजवान एक खास वर्दी में नजर आ रहे है, आमतौर पर ऐसी वर्दी PSO पहनते है। ED दफ्तर में इन दिनों हथियारबंद नौजवानो का मेला लगा हुआ है, लेकिन उनके इर्द-गिर्द न तो VIP है, और न ही कोई अफसर।
ऐसे में हथियारबंद नौजवान किसकी हिफाजत में जुटे है ? यह खोज का विषय है, फ़िलहाल तो ED दफ्तर में तैनात हथियारबंद सरकारी और गैर सरकारी PSO कभी भी कहर ढा सकते है, अंदेशा इसी बात का बना हुआ है।
न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने ED दफ्तर का जायजा लिया। यहां चारो ओर PSO रूपी वर्दीधारी गहमा-गहमी में नजर आये, वे कभी ऊपर तो कभी दौड़ते हुए नीचे की ओर मंडरा रहे थे। इनमे से कई नौजवान तो संदिग्ध भी नजर आये।
ED दफ्तर के बाहर पेड़ो की छाँव तले तो कभी काले शीशे वाले वाहनों में भी संदिग्धों की कोई कमी नहीं दिखाई दी। नजर आई तो मौके पर VIP सुरक्षा में जुटे सरकारी अमले की बेबसी, जनता की हिफाजत के लिए तैनात होने वाले सुरक्षा प्रहरी, हमारे पुलिस कर्मी, PSO कर्तव्य की सूली पर ‘भृत्य’ का कार्य करते दिखाई दिए।
बताते है कि राज्य में नक्सली मोर्चे पर डटने वाले कई नौजवान VIP ड्यूटी के नाम पर इन दिनों PSO रूपी भृत्य बन गए है। उनसे हिफाजत के बजाय गुलामो जैसा बर्ताव हो रहा है, ED दफ्तर में तैनात जवानो की बेबसी गौरतलब है। फ़िलहाल तो ED दफ्तर में तैनात अनजान शख्स ‘सरकार’ पर भारी न पड़ जाए, केंद्र और राज्य की एजेंसियों को इस ओर भी गौर फरमाना होगा।देखिये वीडियो