जांजगीर। उप संचालक पशु चिकित्या विभाग के स्थानीय कार्यालय में पदस्थ एक कर्मचारी मंगलवार को एक व्यक्ति से ढ़ाई हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ाया। आरोपित सहायक ग्रेड 3 दीपक यादव ने मालखरौदा में पदस्थ परिचारक फुलसाय यादव से जीपीएस राशि स्वीकृत करने के एवज में 5 हजार रुपये की मांग की थी। प्रार्थी ने इसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में की थी। आरोपित बाबू ने आज प्रार्थी को अपने कार्यालय में रिश्वत के पैसे लेकर आने को कहा था। इसी दौरान वहां पहुंची एसीबी की टीम ने उसे रिश्वत के रूप में ढ़ाई हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
छत्तीसगढ़ आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो एवं भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो के निदेशक व पुलिस उप महानिरीक्षक आरिफ शेख के मार्गदर्शन में और पंकज चन्द्रा, पुलिस अधीक्षक, एसीबी के दिशा निर्देश पर भ्रष्टाचार रोधी कार्यवाही के अंतर्गत आज एसीबी बिलासपुर की टीम द्वारा उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं,जांजगीर चांपा के कार्यालय में पदस्थ, सहायक ग्रेड-3 दीपक कुमार यादव को 2,500 रुपये की राशि रिश्वत के रूप में लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
प्रार्थी ने एसीबी बिलासपुर में शिकायत की थी कि वह पत्नी के ईलाज के लिए 1 लाख रुपये पार्ट फाइनल निकलवाने हेतु उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, जांजगीर चांपा में आवेदन दिया है। जिसे स्वीकृत कराने के लिए कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 दीपक कुमार यादव द्वारा 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत की तस्दीक की गई। शिकायत सही पाई गई। आवेदक और आरोपी के मध्य आज रिश्वत की प्रथम किस्त के रूप में ढ़ाई हजार रुपये दिये जाने पर सहमती हुई थी, जिस पर एसीबी, बिलासपुर की टीम द्वारा जाल बिछाकर आरोपी को प्रार्थी से उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, जांजगीर चांपा के कार्यालय में 13.45 बजे प्रथम किस्त ढ़ाई हजार रुपये लेने के उपरांत गवाहों के समक्ष रंगे हाथ पकड़ा गया है। आरोपी के विरूद्ध विधिक कार्यवाही पूर्ण कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है |