
रायपुर: छत्तीसगढ़ में विभिन्न घोटालों की जांच में जुटी ACB-EOW ने फिर छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया है।दुर्ग-भिलाई में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और उनके पुत्र चैतन्य बघेल के व्यवसायी सहभागी पप्पू बंसल के ठिकानों पर दबिश दी गई है। इसी तर्ज पर धमतरी और रायपुर में कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के घर और ऑफिस में भी एजेंसी ने डेरा डाला हुआ है। सूत्र तस्दीक करते है कि 2200 करोड़ के शराब घोटाले में कार्यवाही करते हुए ACB-EOW की टीम आरोपियों की धर पकड़ में जुटी हुई है। उधर दुर्ग के पाटन में पूर्व मुख्यमंत्री के खास सहयोगी महेंद्र वर्मा स्थानीय पुलिस के हत्थे चढ़ गए है।

उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस ने अदालत में पेश किया था, जहाँ से आरोपी वर्मा को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।पुलिस ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पाटन के अध्यक्ष महेंद्र कुमार वर्मा को शराब तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। कई दिनों से फरार चल रहे वर्मा को कोर्ट ने न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। उधर पूर्व मुख्यमंत्री के खास सहयोगी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस में सन्नाटा पसरा है। जानकारी के मुताबिक नगरीय निकाय चुनाव के दौरान 8 फरवरी 2025 को दुर्ग के पाटन अंतर्गत ग्राम फुण्डा स्थित एक फार्म हाउस में छापेमारी कर पुलिस ने 500 पेटी (करीब 4500 लीटर) शराब जब्त की थी।

यह फार्म हाउस वर्मा का बताया जाता है। इस दौरान तीन चारपहिया वाहन समेत 9 मोबाइल फोन और कई सामग्री जब्त की गई थी। पुलिस ने आबकारी एक्ट की धारा 34(2), 36 एवं बीपीएसएस अधिनियम की धारा 61(2) के तहत अपराध क्रमांक 37/2025 दर्ज कर शराब तस्करी के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन मुख्य आरोपी महेन्द्र वर्मा कानून की गिरफ्त से बाहर थे। सूत्र तस्दीक करते है कि लंबे समय से फरार चल रहे वर्मा को लगभग तीन महीने बाद 4 जून को पाटन में ही पुलिस ने घेर लिया था।