फ़ैजाबाद / अयोध्या में रामलला के मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत आज से हो रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस अभियान की शुरुआत करेंगे | वे स्वयं समर्पण निधि देंगे। इसी सिलसिले में आज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और स्वसंसेवक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिलने जाएगा।श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज और विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार समेत वीएचपी के बड़े नेता राष्ट्रपति भवन में रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। ये नेता अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से चंदा मांगेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के कुछ नेता मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से चंदा मांगेंगे। राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने का अभियान देश भर में चलेगा। इस अभियान के तहत पांच लाख से ज्यादा गांवों के 12 करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क किया जाएगा।
ये भी पढ़े : दुनिया को अलविदा कहने से पहले 20 माह की धनिष्ठा ने संवार दी 5 लोगों की जिंदगी, बनी यंगेस्ट कैडेवर डोनर , जानिए कैसे?
बताया जाता है कि चंदा जुटाने का काम 27 फरवरी तक चलेगा। अभियान के तहत राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद लोगों का समर्पण और सहयोग राशि मिलेगी। इस दौरान दस रुपये, 100 रुपये, 1,000 रुपये के कूपन होंगे। वहीं 2,000 से ज्यादा सहयोग करने वालों की रसीद दी जाएगी। इस चंदे के माध्यम से अयोध्या में श्रीराम जी का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक जैसे आयकर अधिनियम में दान में छूट का प्रावधान है, इसका लाभ भी दानदाता ले सकते है।