रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल
राजनांदगांव / महंगी विदेशी गाड़ियों और हेलिकॉप्टर से दूल्हे के आने की खबरें तो आपने खूब पढ़ी और सुनी होगी | लेकिन छत्तीसगढ़ के राजनादगांव जिले के जंगलपुर गांव में ब्याह रचाने के लिए पारम्परिक और अनूठी बारात बैलगाड़ी से पहुंची | इस आधुनिक युग में पुरानी परम्पराओ के अनुसार सजी धजी बैलगाड़ी में दूल्हा बारात लेकर पहुंचा तो पूरा गांव आश्चर्य चकित रह गया । आजकल शादी को आकर्षित और यादगार बनाने के लिए विशेष तरह के आयोजन किए जाते है , तो कही किसी के सपनो को पूरा करने के लिए ऐसा किया जाता है | दरअसल छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से लोहा लेते हुए पूर्णानंद साहू शहीद हो गए थे,शहीद का सपना था की वो अपनी बारात ग्यारह बैलगाड़ियों पर लेकर जाएंगे | हालांकि उनका यह सपना तो पूरा नहीं हो सका लेकिन उनकी छोटी बहन की बारात अर्जुनी से बैलगाड़ी में जरूर आई | खास बात ये कि दुल्हा मॉर्डन ज़माने का है और अमेरिका में जॉब करता है फिर भी पुरानी परम्परा के अनुसार 11 बैलगाड़ी में सवार होकर दूल्हा बारात लेकर पहुंचा |
अर्जुनी से सजी धजी ग्यारह बैलगाड़ियों में बारात रवाना हुई जो हाइवे से होती हुई जंगलपुर गांव पहुंची। हाईवे में जब बैलगाड़ी से बाराती चलने लगे तो कौतूहल का विषय बन गया । राह में चलने वाले राहगीर अपने मोबाइल फोन से फोटो और वीडियों बनाने लगे | जब यह बारात गाँव पहुंची तो यह नज़ारा देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा | बैल गाड़ी से निकली अनूठी बारात को जिसने भी देखा तो वह आश्चर्य चकित रह गया। बैल गाड़ी में सभी बाराती भी सज धज कर बैठे हुए थे। बारातियों ने भी इस अनूठे अंदाज का भरपूर आनन्द लिया | यही नहीं उन्होंने डीजे साउंड की धुन पर जमकर डांस भी किया | वही बारात का सभी लोगो ने पारंपरिक अंदाज में स्वागत किया।