छत्तीसगढ़ और झारखण्ड भ्रष्टाचार के रिश्ते में साढ़ू भाई,साढ़ू भाइयों का मिलन चर्चा में,अब ED ने मुख्यमंत्री सोरेन को फिर बुलाया ,रायपुर में आदिवासी महोत्सव के नाम पर बच निकले CM के नए बहाने पर ED की नजर

0
7

राज प्रकाश 

रांची : झारखण्ड और छत्तीसगढ़ का आपस में रिश्ता साढ़ू भाई का हो गया है। दोनों राज्यों का जन्म एक साथ हुआ था। मध्यप्रदेश से विभाजित होकर छत्तीसगढ़ बना जबकि बिहार से अलग होकर झारखण्ड नए राज्य के रूप में सामने आया। दोनों नए राज्य झारखण्ड और छत्तीसगढ़ इस वक्त भ्रष्टाचार के साये में है।

झारखण्ड में हालत यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ED से बच निकलने के लिए अपने मुनासिब ठिकाने छत्तीसगढ़ का बहाना लेकर रायपुर खिसक लिए है। वही ”तू डाल डाल तो मैं पाद पाद” की तर्ज पर ED ने उन्हें आज के बजाय कल का बुलावा भेज दिया है। अब सोरेन इसका क्या तोड़ निकालते है , यह देखना गौरतलब होगा। फिलहाल तो ”साढ़ू भाई” के कारनामों से राजनीति गरमाई हुई है। 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भ्रष्टाचार के मामलो में बुरी तरह से घिर गए है। छत्तीसगढ़ की शराब और कोयला लॉबी उन पर भारी पड़ रही है। ED और CBI का शिकंजा सोरेन समेत उनके सहयोगी अफसरों और कारोबारियों पर लगातार कसता जा रहा है। मुख्यमंत्री के खास कारोबारी प्रेम प्रकाश और IAS पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर केंद्रीय जाँच एजेंसियों ने जेल की सैर करा दी है। हेमंत सोरेन कुनबे के दर्जन भर कारोबारी अफसर ED और CBI के चक्कर काट रहे है। उनकी गिरफ्तारी की तैयारियों की खबरे भी आ रही है। सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन से पूछताछ के बाद इन अफसरों और कारोबारियों पर भी ED का शिकंजा कस सकता है। 

उधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी ED और CBI को लेकर पसोपेश में बताये जाते है। बताया जा रहा है कि वहां भी ED ने भ्रष्टाचार के खिलाफ तगड़ी मुहीम छेड़ी है। मुख्यमंत्री की करीबी अफसर सौम्या चौरसिया से लगातार पूछताछ हो रही है। CM का एक करीबी कोयला दलाल सूर्यकान्त तिवारी ED की हिरासत में है।

एक IAS अधिकारी समीर विश्नोई जेल के सफर में निकल गए है। जबकि रानू साहू और JP मौर्य, दोनों IAS पर गिरफ़्तारी की तलवार लटक रही है। भ्रष्टाचार की आंच CM के कुनबे तक पहुंच गई है। इस बीच ED से आज बच निकले झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रायपुर की उड़ान भरी है। बताया जाता है कि वे रात में आदिवासी महोत्सव में शिरकत करेंगे। 

छत्तीसगढ़ और झारखण्ड में भ्रष्टाचार चरम पर है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री कार्यालय के कारनामो से आम जनता त्रस्त है। नौकरशाही इस कदर हावी है कि मुख्यमंत्री को छोड़ किसी भी मंत्री के फरमान रद्दी की टोकरी में डाल दिए जा रहे है। सत्ता में शामिल कांग्रेस और JMM के कई विधायक मुख्यमंत्री सोरेन के भ्रष्टाचार को लेकर परेशान है। उन्हें अगली बार अपनी विधायकी खतरे में नजर आ रही है।

CM के भ्रष्टाचार के चलते जनता के सामने उनकी फजीहत होने लगी है। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ में भी ऐसे हालात नजर आने लगे है। प्रदेश के स्वाथ्य मंत्री TS सिंघदेव सरकार के रवैये से नाराज बताये जाते है। कई विधायक भी भ्रष्टाचार के मामलो की जाँच को लेकर जोर दे रहे है। हालांकि उनकी मांग पार्टी फोरम तक सीमित है। 

झारखण्ड और छत्तीसगढ़ दोनों ही राज्यों में शराब और कोल कारोबार की वेध -अवैध वसूली का जिम्मा RKTC नामक कम्पनी के हाथो में है। इसके कर्ता -धर्ता रायपुर और रांची में बसे हुए है। दोनों ही राज्यों में RKTC के काले कारनामो पर ED की पड़ताल जारी है। कोल घोटाले में तो RKTC के कई पूर्व और मौजूदा भागीदारों से CBI की पूछताछ जारी है। झारखण्ड में कोयला खदान जहाँ मुख्यामंत्री ने अपने और परिजनों के नाम आवंटित कर ली है।

वही छत्तीसगढ़ में CM के करीबी RG नामक एक कारोबारी को सरकारी मशीनरी जाम कर बस्तर रीजन में आरी डोंगरी नामक आयरन और खदान आवंटित कर अपनों को उपकृत किया गया है। बताया जाता है कि एक संदेही IAS JP मौर्य ने ED के सामने RG नामक कारोबारी और उसके परिजनों का काला चिठ्ठा खोल कर रख दिया है। मौर्य के बारे में बताया जाता है कि वे कोल और आयरन और खदानों के गैरकानूनी आवंटन के मामले में मुख्य गवाह बनने जा रहे है। उन्होंने यहाँ की सरकार के कारोबारी अफसरों की हकीकत ED के समक्ष बयां कर दी है। 

इधर  शुक्रवार को ED के दोबारा बुलावे से मुख्यमंत्री सोरेन भड़के हुए है। रायपुर में कदम रखते ही उन्होंने ED पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि क्या आपको लगता है कि हम चोर उचक्के हैं ? क्या लगता है कोई हत्यारे हैं ? कल दिया आज आ गए. क्या हमारी व्यवस्था नहीं है. आज इस महोत्सव में शामिल होने के लिए महीने पहले तय हो गया था.

उन्होंने कहा कि आज हमारे राज्य में राष्ट्रपति महोदय आ रही हैं. अगर इतना ही संगीन गुनाह है तो समन क्यों ? सीधे अरेस्ट करें, कहां हमने माना किया है। उन्होंने कहा कि ये हमारे विपक्ष का सुनियोजित षड्यंत्र है, मैं समझता हूं, ये ईडी का समन नहीं बीजेपी के द्वारा उपयोग किया गया है। फिलहाल साढू भाई से मेल -मुलाकात के बाद सोरेन नई ताजगी के साथ कल ED के सामने हाजिर हो सकते है।  हालांकि देखना गौरतलब होगा कि सोरेन अंतिम समय कोई यूटर्न ना ले ले।