केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली के एक ट्वीट कर प्रदेश की राजनीति में खलबली मचा दी है । उन्होंने कांग्रेस पर नक्सलियों से साथ गठबंधन का आरोप लगाया है । पिछले दिनों संपन्न विधानसभा चुनाव में इसी गठबंधन की वजह से कांग्रेस को भारी बहुमत मिला और वे चुनाव जीतने में कामयाब हुए । हाल के छत्तीसगढ़ चुनावों में कांग्रेस ने माओवादी के साथ गठबंधन किया । राहुल गांधी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में टुकडे-टुकडे गिरोह के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे । कोर्ट में शहरी नक्सलियों का बचाव करने में कांग्रेस सबसे आगे थी ।
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इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ट्वीट करते हुए कहा है कि झीरम नाम तो सुना ही होगा आप ने । 2013 में विधानसभा चुनाव से पहले नक्सलियों के सहयोग से हुई सुपारी किलिंग क्या भूल गए आप । हमारे सभी नेताओं का नाम पूछ-पूछ कर नक्सलियों ने उन्हें मारा था। महेंद्र भैया, नंदू भैया, विद्या भैया सहित 31 कांग्रेस नेता शहीद हुए थे ।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस ने तो माओवाद के दंश को झेला है । कांग्रेस नेताओं की पूरी पीढी माओवादियों के हमले में शहीद हुई । मरहम तो लगा नहीं सके, हमारे ज़ख्मों को कुरेदकर उसमें नमक मिर्च तो मत छिड़किए जेटली जी |