दिल्ली : देश में CNG और PNG के दाम में एक बार फिर इजाफा हुआ है | गैस वितरण कंपनी ने कहा है कि सरकार ने एक अक्टूबर से गैस कीमतों में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है जिसकी वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है.फेस्टिव सीजन में लोगों को महंगाई का तगड़ा झटका लगा है. सीएनजी और पीएनजी के भाव में देश भर में तेज बढ़त देखने को मिली है. दरअसल सरकारी कंपनियों ने नेचुरल गैस की कीमतों में 40 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़त की थी जिसके बाद सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में तेज बढ़त की आशंका जताई जा रही थी. मुंबई के बाद संभावना है कि दिल्ली सहित अन्य शहरों में भी सीएनजी और पीएनजी के भाव बढ़ा दिए जाएंगे
मुंबई में गैस वितरण कंपनी महानगर गैस लि. ने सीएनजी के दाम छह रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ा दिए हैं. इसके अलावा पाइप के जरिये आपूर्ति की जाने वाली रसोई गैस (पीएनजी) की कीमतों में चार रुपये प्रति यूनिट का इजाफा किया गया है. नई कीमतें सोमवार मध्यरात्रि से लागू हो गई हैं. इसके साथ ही मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में वाहनों में ईंधन के रूप में इस्तेमाल होने वाली कंप्रेस्ड नेचुरल गैस का खुदरा दाम बढ़कर 86 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है.
घरेलू पीएनजी का दाम में भी 52.50 रुपये प्रति एससीएम होगा. एमजीएल ने कहा है कि इस बढ़ोतरी के बाद सीएनजी और पेट्रोल के बीच मूल्य बचत घटकर 45 प्रतिशत रह गई है. वहीं पीएनजी और एलपीजी के बीच यह अंतर सिर्फ 11 प्रतिशत का रह गया है.कंपनी ने कहा है कि सरकार ने एक अक्टूबर से गैस कीमतों में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है जिसकी वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है.
उधर पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत पेट्रोलियम मूल्य एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ ने 30 सितंबर को एक अक्टूबर से अगले छह माह के लिए घरेलू स्तर पर उत्पादित गैस की कीमतों में 40 प्रतिशत की भारी वृद्धि की घोषणा की थी | इससे पूर्व एक अप्रैल को अंतरराष्ट्रीय कीमतों का हवाला देते हुए गैस के दाम 110 प्रतिशत बढ़ाए गए थे. सरकार साल में दो बार एक अप्रैल और 30 सितंबर को गैस कीमतों में संशोधन करती है. गैस कीमतों में बढ़त के साथ शहरों में गैस का वितरण करने वाली कंपनियों की लागत बढ़ी है जिससे उन्होने इसका हिस्सा ग्राहकों पर डाल दिया है | बताया जा रहा है कि त्यौहारी सीजन के दौर में आने वाले हप्तो में दाम के और बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता |