दिल्ली / भोपाल : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक ऐसा पेंच फंसाया है कि गाँधी परिवार के संभावित उम्मीदवार अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती है | दिग्विजय सिंह ने कहा कि उदयपुर सम्मेलन में पार्टी ने तय किया था कि एक व्यक्ति एक पद पर ही रहेगा. अगर अशोक गहलोत को अध्यक्ष बनना है तो सीएम पद छोड़ना पड़ेगा.
दरअसल ,जैसे-जैसे कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने का वक्त नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे ही चुनाव को लेकर पार्टी में हलचल बढ़ती जा रही है |शशि थरूर और अशोक गहलोत के बाद अब अध्यक्ष चुनाव की रेस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ताल ठोकते नजर आ रहे है | पत्रकारों से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ने के सवाल पर न तो इनकार किया और ना ही हामी भरी है |
अलबत्ता, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के चुनाव में उतरने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उदयपुर सम्मेलन में पार्टी ने तय किया था कि एक व्यक्ति एक पद पर ही रहेगा | अगर उन्हें अध्यक्ष बनना है तो मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ेगा. अशोक गहलोत पार्टी के अध्यक्ष और साथ ही मुख्यमंत्री पद पर नहीं रह सकते हैं |
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है. न किसी को रोका जा सकता है और न ही किसी को जबरदस्ती चुनाव लड़ा सकते हैं. पार्टी में पहले भी गांधी परिवार से बाहर के अध्यक्ष रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने चुनाव में उतरने के सवाल पर कहा कि देखते हैं, क्या होता है. सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है, आपको 30 सितंबर तक पता चल जाएगा | उनके इस जवाब से कांग्रेस की राजनीति गरमा रही है |
राहुल गांधी के चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि लग रहा है कि राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ने वाले, लेकिन किसी भी नतीजे पर जाने से पहले अभी इंतजार करते हैं. हालांकि अगर उन्होंने चुनाव न लड़ने का मन बना लिया है तो इसको बदलवाना मुश्किल है.