शराबियो की भीड़ से आधी रात सराबोर हुआ थाना ,पुलिस के उड़े होश ,एक ही झटके में 600 गिरफ्तार,आख़िरकार चालानी कार्यवाही कर किया सबको चलता

0
10

नई दिल्ली/नोएडा: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली NCR के एक थाने में देर रात शराबियो का जमघट लग गया | ये पुलिस द्वारा लाए गए थे | कुछ देर बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में खुलेआम जाम छलकाने वाले लोगों पर पुलिस ने अपना शिकंजा तेज किया तो थाने में शराबियो की कतार इतनी लम्बी होने लगी की पुलिस के होश उड़ गए |

आख़िरकार उसे आ बैल मुझे मार वाली कहावत चरितार्थ होते दिखाई देने लगी | पुलिस ने फ़ौरन यू टर्न लिया और चालान काटकर सड़क पर दौड़ रही मुसीबत को आगे की राह के लिए हरी झंडी दे दी | नजारा देख कर लोग कहने से नहीं चुके की आज शराबी पुलिस पर भारी पड़ गए है |

दरअसल ,नोएडा और ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाते हुए 600 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 628 वाहनों का चालान काटा है और 9 मोटरसाइकिल सीज की है | बताया जाता है कि पुलिस कार्यवाही से देखते ही देखते थाने में शराबियो का जमावड़ा लग गया | पुलिस के माथे पर उस समय बल पड़ गया जब गिरफ्तार किये गए शराबियो की मांग और हरकते बढ़ती चली गई | 

पुलिस ने देर रात एक विशेष अभियान चलाते हुए 600 लोगों को शराब के नशे में गिरफ्तार किया था | यह लोग मॉल, पब और रेस्टोरेंट के बाहर खुलेआम सड़कों और पार्कों में शराब पीते पकड़े गए थे | पुलिस ने सघन चेकिंग अभियान चलाया तो कामयाबी मुसीबत के रूप में गले पड़ेगी ,अफसरों ने सोचा नहीं था | मदहोशी में लड़के -लड़कियों के अलावा हर उम्र के लोग पुलिस से उलझते नजर आए |

आख़िरकार पुलिस ने थाने में शराबियो का जमावड़ा लगाने के बजाए चालान काटकर उन्हें चलता कर दिया | दरअसल ,कई शराबी तो घर जाने के बजाए थाने में ही उनके सोने और रहने खाने की व्यवस्था करने पर जोर देने लगे थे | इस नई मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए पुलिस के पास इन से कन्नी काटने के अलावा कोई चारा नहीं था |

हालाँकि उसने 628 वाहनों के गलत तरीके से चलाने और शराब पीने कर गाड़ी चलाने के चलते चालान किया है | इस मामले में पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धारा 290 के तहत कार्रवाई की गई है | इससे पहले गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाते हुए 307 लोगों को हिरासत में लिया था. इन सभी के खिलाफ धारा 290 IPC के तहत कार्रवाई की गई थी.