दिल्लीः 2024 के लोकसभा चुनाव लिए कई सर्वक्षण लगातार भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनने का दावा कर रहे है | इसमें मोदी की टक्कर का कोई भी नेता दूर-दूर तक नहीं है | कांग्रेस पार्टी जहाँ राहुल गाँधी की रि-लॉन्चिंग में जुटी है वही तमाम विपक्ष बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मोदी के मुकाबले बेहद कमजोर आंक रहे है | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और एनसीपी नेता शरद पवार भी बीजेपी के सामने हथियार डालते नजर आ रहे है |
ऐसे में मोदी का डंका अभी से बजने लगा है | लिहाजा पार्टी ने भी अभी से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसमें राज्यवार सर्वे – सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार हो रहा है। राज्यों के नए प्रभारियों पर 350 से ज्यादा सीटें जीतने का संकल्प कराया गया हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बार 150 से ज्यादा सांसदों के नए उम्मीदवारों के मैदान में उतारने की कवायद जारी है |
2024 में लोकसभा चुनाव के लिए लोकसभा सीटों पर सर्वे इन दिनों जोरो पर चल रहा है। खासतौर पर उन सीटों पर जहां, 2014 और 2019 चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी या फिर दूसरे नंबर पर रही।इसमें पार्टी के सभी सांसदों का रिपोर्ट कार्ड भी शामिल है | इसके जरिए ही लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे का काम होगा। इसके मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने देश की नब्ज टटोलनी शुरू कर दी है | भविष्य की योजना को लेकर मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक और रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है |
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम ना छापने की शर्त पर दावा किया कि, ‘लोकसभा चुनाव के लिए इस बार 350 से ज्यादा सीटें जीतने का रिकॉर्ड कायम होगा। उनके मुताबिक हारी हुई सीटों पर ध्यान दिया जा रहा है | 2014 और 2019 में भाजपा को जिन-जिन सीटों पर हार मिली थी, वहा उम्मीदवारों पर फोकस है | उनके मुताबिक इन सीटों पर विपक्ष की जीत की वजह जातीय और धार्मिक फैक्टर के साथ विपक्ष का चेहरा भी मायने रख रहा है ।
उन्होंने दावा किया कि 2019 में जीती सीटों में से जितनी सीटें कम होंगी उससे ज्यादा सीटें पार्टी हारी सीटों पर जीत दर्ज करेगी |देशभर में भाजपा ने बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने का काम शुरू किया है। उनके मुताबिक पिछड़े-दलित और आदिवासी वोटर्स इस बार बीजेपी पर पहले के मुकाबले ज्यादा भरोसा कर रहे है | यह तथ्य सभी “सर्वो” में सामने आया है | इसके अलावा गठबंधन के मौजूदा साथियों के साथ नए दल पार्टी पर भरोसा जता रहे है |