मुंबई : महाराष्ट्र में आज के दिन की शुरुआत हादसों से हुई है |गणेशोत्सव के मद्देनजर नदी,तालाबों और समुद्र में विसर्जन की माकूल व्यवस्था के बावजूद हादसे की खबर आई है । इस घटना में बिजली का करंट लगने से कई भक्तो को जोर का झटका लगा है | दरअसल विसर्जन स्थल में लाइटिंग के लिए जनरेटर लगाये गए थे। कथित तौर पर एक बिजली का तार टूट गया, जिसकी चपेट में कई भक्त आ गए नतीजतन करंट लगने से एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिनमे 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस घटना से विसर्जन स्थल पर कुछ देर के लिए दहशत फैल गई | लेकिन ड्यूटी अफसरों ने जल्द ही स्थिति सामान्य कर दी | हालाँकि इन्ही अफसरों की लापरवाही के कारण हादसा घटित होना बताया जा रहा है |
घटना के बाद प्रशासन ने गणेश विसर्जन के लिए पास के दूसरे स्थान को आनन-फानन में तैयार किया। जबकि कानून-व्यवस्था की स्थिति को काबू में करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां हर साल सैकड़ों की संख्या में लोग ‘बप्पा’ की प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए आते है। मौके पर तैनात एक अधिकारी ने न्यूज़ टुडे को बताया कि बिजली का तार उल्वे निवासी मानस कुंभर (17) पर गिर गया, जो गंभीर घायल हुआ है।
इस दौरान अन्य लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन उन्हें भी बिजली के झटके लगे। अस्पताल में भर्ती होने वालों में एक 9 महीने का शिशु भी है। घायलों में पनवेल, करंजदे उल्वे , बदलापुर इलाके के रहने वाले लोग हैं। उसके मुताबिक स्पार्किंग या किसी अन्य तकनीकी कारण से तार टूटने के चलते ही घटना हुई । पीसीएमसी के डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर विट्ठल डाके ने न्यूज़ टुडे से कहा कि बांस के खंभे के बीच लटका एक ओवरहेड तार टूट गया। जिससे वहां जमा लोग घबरा गए और बिजली के तार के संपर्क में आ गए। इस दौरान बारिश भी हो रही थी।“
मुंबई के पनवेल में भगवान गणपति के मूर्ति विसर्जन स्थल पर बिजली का झटका लगने से नौ महीने के बच्चे सहित 11 लोग घायल हो गए। यह घटना जिले के कोलीवाड़ा की है। पनवेल नगर निगम (पीसीएमसी) ने गणेशोत्सव के मद्देनजर विसर्जन की व्यवस्था की थी। लाइटिंग के लिए जनरेटर लगाये गए थे। इस दौरान बिजली का तार टूट गया, जिसकी चपेट में कई भक्त आ गए। इस घटना से विसर्जन स्थल पर कुछ देर के लिए दहशत फैल गई। पीड़ितों में से सात को उप-जिला अस्पताल पनवेल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो गंभीर लोगों सहित चार को पनवेल के लाइफलाइन अस्पताल ले जाया गया।