रायगढ़ : हाथी की बिगड़ी हालत को देखने पहुंचे वाईल्डलाईफ सीसीएफ , वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ ईलाज |

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उपेंद्र डनसेना /

रायगढ़ /  छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बनाए गए नये नियमों का खामियाजा पालतू हाथी व उसके महावत भुगत रहे हैं चूंकि बीते दिनों सारंगढ़ में पालतू हाथी की मौत के बाद वन विभाग के आदेश पर उसके महावत को जेल भेज दिया गया था, ठीक चार दिन बाद छत्तीसगढ़ शासन ने भी हाथी को पालकर उनका प्रदर्शन तथा भीख मांगने पर प्रतिबंध लगाते हुए महावत पर कार्रवाई के आदेश जारी किए थे जिसके चलते रायगढ़ वन विभाग ने करीब एक माह पूर्व एक महावत व उसके पालतू हाथी को वन विभाग द्वारा पकड़कर उर्दना डीपो में रखा गया था, लेकिन विभाग के द्वारा उस पर सही तरह से ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते कुछ दिन पहले पालतू हाथी के पैर में चोट लगने के कारण घाव हो गया और उसकी हालत बिगडऩे लगी। इसकी जानकारी जब सेव फारेस्ट समिति व मिडिया को लगी, तो उन्होंने मामले को गंभीरता से उठाया और हाथी के इलाज के लिए दबाव बनाया। तब कहीं जा कर वन विभाग के अधिकारी सोते से जागते हुए बीमार हाथी का हाल जानने के लिए उर्दना डिपो पहुंचे और उसका ईलाज शुरू किया। वहीं कल शाम हाथी की स्थिीति को देखने के लिए बिलासपुर से वाईल्डलाइफ सीसीएफ पहुंचे और उन्होंने भी वन मंडलाधिकारी को हाथी की देखरेख के लिए कडे निर्देश दिए। साथ ही साथ जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट सौंपने को भी कहा है चूंकि एक माह तक वन विभाग ने न तो महावत को गिरफ्तार किया है और न ही जंगली हाथी के लिए कोई माकूल इंतजाम किए हैं जिसके चलते पालतू हाथी बीमार हो गया है और महावत भी खासा परेशान है।  

विदित हो कि करीब एक माह पहले हाथी व महावत को पकडऩे के बाद उन्हें पर्याप्त रूप से खाना व पानी नहीं दिया जा रहा था। ऐसे में लगभग पखवाड़े भर पूर्व महावत अपने हाथी के साथ वन मंडल कार्यालय पहुंच कर अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए वन विभाग के अधिकारियों पर घोर लापरवाही के आरोप लगाए, तब वन मंडलाधिकारी मनोज पांडे ने रेंजर सहित अन्य अधिकारियों को फटकार लगाते हुए पालतू हाथी के लिए पर्याप्त भोजन व उसकी देखरेख के आदेश दिए थे।  लेकिन एक दिन बीत जाने के बाद वनमंडलाधिकारी के आदेश को कूडेदान में डालकर रेंजर ने फिर से लापरवाही बरतना शुरू कर दिया था।  बताया जा रहा है कि हाथी के पैर में अंदर ही अंदर बड़ा घाव हो गया और काफी मात्रा में पूर्व में मवाद भी निकाला गया था। ऐसे में आज बिलासपुर से वाईल्डलाइफ सीसीएफ कौशलेन्द्र सिंह रायगढ़ पहुंचे और वाईल्ड लाइफ सीसीएफ, डीएफओ, एसडीओ व जिला सेव फारेस्ट समिति मौजूदगी में पशु चिकित्सकों ने उसका ईलाज किया। इस दौरान जिला सेव फारेस्ट समिति अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने हाथी व महावत को होने वाली कई समस्याओं से वाईल्ड लाइफ सीसीएफ को अवगत कराया। बहरहाल पालतू हाथी का इलाज जारी है लेकिन यह कहना मुश्किल है कि वन विभाग अब ऐसे मामले में आगे भी गंभीर होगा या नही। 
महावत को घर जाने का इंतजार

महावत पिछले करीब एक माह से रायगढ़ के उर्दन काष्ठागार में अपने हाथी के साथ है। ऐसे में अब उसे अपने घर जाने का इंतजार है। विभाग से राहत नहीं मिलने की वजह से उसे हर दिन कई प्रकार की परेशानियों से जुझना पड़ रहा है। सूत्रों ने बताया कि विभाग के बड़े अधिकारी के आने की वजह से एक दिन पहले उसके व हाथी के खाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई।