केरलः मालाबार चर्च में वेटिकन से नियुक्त धर्माधिकारी के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन, जानिए क्या है मामला

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नई दिल्ली. केरल में पादरियों और आम लोगों ने पोप द्वारा नियुक्त प्रीलेट्स और चर्चों में कई नियमों को थोपने के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रीलेट्स ईसाई समुदाय में चर्च के विशप या अन्य उच्च धर्माधिकारी को कहा जाता है. टीओआई की खबर के मुताबिक रविवार को केरल में कोच्चि के कलूर में लगभग 50 हजार से ज्यादा पादरियों और आमजनों ने सायरो मालाबार कैथोलिक चर्च में प्रीलेट्स की नियुक्ति और यूनिफार्म होली मास के नियम को लागू करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. असंतुष्ट पादरियों और वहां के लोग मास का पुराना स्वरूप ही चाहते हैं जिसमें पादरी उपासकों से अल्टार पर ही सामना करते हैं.

दरअसल, यूनिफार्म होली मास चर्च में पूजा पद्धति का एक नियम है जो वेटिकन सभी चर्चों में एकसमान लागू करना चाहता है लेकिन केरल के पादरी अलग-अलग तरह के पूजा पद्धति को अपनाते हैं. इसलिए वे इसे लागू करना नहीं चाहते हैं. इसलिए एर्नाकुलम अंगामलय आर्कडायोसीज (महाधर्मप्रांत) के पादरी इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

रविवार को कलूर के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में हुए इस विरोध प्रदर्शन में आर्कडायोसीज के अधिकांश पादरियों, ननों और प्रतिनिधियों के अलावा अन्य डायोसेसेज के पादरी भी शामिल हुए थे. इसमें यूनिफार्म मास को लागू करने और आर्कडायोसीज के पूर्व मेट्रोपोलिटन विसार (पादरी) मार एंटनी करियिल के जबरन इस्तीफा का विरोध किया गया. मार एंटनी करियिल ने यूनिफार्म मास के खिलाफ पादरियों के विरोध का समर्थन किया था. इसके साथ ही इस प्रदर्शन में विवादास्पद भूमि सौदों में महाधर्मप्रांत द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई पर मुद्दा भी उठाया गया है. विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले लोग रैली में पोस्टर, बैनर लिए हुए थे.

इसमें मार एंटनी करियिल का समर्थन किया जा रहा था. वेटिकन का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कराने के लिए ये लोग अपने हाथों में इटालियन में लिखे प्लेकार्ड लहरा रहे थे. एक प्लेकार्ड में लिखा था हम न्याय और पारदर्शिता की मांग करते हैं. एक दूसरे प्लेकार्ड में इटालियन में ही लिखा था, मार एंटनी करियिल हमारा अच्छा शेफियर्ड (लोगों को राह दिखाने वाले) हैं. रैली को संबोधित करते हुए मोनसिग्नोर वर्गीस नजलियाथ ने कहा, आर्कडायोसीज के पादरी केवल लोगों का सामना करने वाले का संचालन करेंगे. हम यूनिफार्म फॉर्मेट के खिलाफ हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जांच समिति की पांच रिपोर्टों में आर्कडायोसीज की जमीन की बिक्री में गड़बड़ियां पाई गई हैं.

इससे पहले 30 जुलाई को वेटिकन ने आर्कबिशप एंड्रयूज तजहत को सायरो-मालाबार कैथोलिक चर्च के एर्नानाकुलम-अंगमाली आर्कडायोसीज का एपोस्टोलिक प्रशासक नियुक्त किया था. चर्च ने मीडिया के लिए जारी किए एक बयान में कहा कि पोप फ्रांसिस द्वारा मेट्रोपॉलिटन विसार आर्कबिशप मार एंटनी कारियिल का इस्तीफा मंजूर किए जाने के बाद प्रशासक की नियुक्ति की गई. बयान के मुताबिक, आर्कबिशप तजहत सायरो-मालाबार कैथोलिक चर्च के एर्नानाकुलम-अंगमाली आर्कडायोसीज के एक प्रशासक के रूप में कार्य करेंगे और वह त्रिशूर आर्कडायोसिज के आर्कबिशप मेट्रोपॉलिटन की जिम्मेदारी संभालना भी जारी रखेंगे. प्रदर्शनकारी इनका विरोध कर रहे हैं.