मां काली के बाद अब भगवान शंकर की आपत्तिजनक तस्वीर पर विवाद, ‘द वीक’ मैगजीन पर UP में FIR

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कानपुर: अभी मां काली के फिल्मी पोस्टर को लेकर विवाद थमा भी नहीं था कि एक हिंदूवादी नेता प्रकाश शर्मा ने इस पूरे मामले पर कानपुर कोतवाली में एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमें द वीक पत्रिका के संपादक और लेख लिखने वाले के साथ तस्वीर बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस पूरे मामले में कानपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मीडिया में खबरें आने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने इस पर नाराजगी जाहिर की तो वहीं आम जनता ने भी इस तस्वीर के वायरल होने के बाद से पत्रिका पर ऐसी तस्वीर छापने पर सवाल उठाया है.

पत्रिका में छपी भगवान शंकर की आपत्तिजनक तस्वीर को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. इस बार मलयालम की पत्रिका ‘द वीक’ ने हिंदुओं के सबसे बड़े भगवान माने जाने वाले भगवान शंकर की आपत्तिजनक फोटो छाप कर विवाद पैदा कर दिया. भगवान शंकर की तस्वीर को लेकर जारी विवाद के बीच कानपुर में मैगजीन ‘द वीक’ के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है.

दरअसल, ‘द वीक’ एक मलयालम की पत्रिका है और मशहूर पत्रिकाओं में शामिल है. 24 जुलाई के पत्रिका के अंक में हिंदू देवी मां काली को लेकर एक लेख छापा गया है लेकिन लेख में भगवान शंकर की जो तस्वीर छापी गई है, उसे आपत्तिजनक बताया जा रहा है. आरोप है कि यह तस्वीर हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाली है. हिंदूवादी नेता प्रकाश शर्मा ने अपनी तहरीर में लिखा है कि मैगजीन ने भगवान शिव और मां काली की आपत्तिजनक फोटो छापी है. इससे हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंची है.

भगवान शंकर की यह आपत्तिजनक तस्वीर ‘द वीक’ पत्रिका के पेज नंबर 62 और 63 में छपी हुई है. यह पूरा व्याख्यान माता काली के उस गुस्से के समय का प्रकाशित किया गया है, जब उन्हें रोकने के लिए भगवान शंकर उनके पैरों के नीचे लेट गए थे. मगर तस्वीर में भगवान शंकर को आपत्तिजनक तरीके से निर्वस्त्र दर्शाया गया है, जिसे हिंदूवादी संगठन के लोग आपत्तिजनक बता रहे हैं.