फुलवारी शरीफ (Phulwari Sharif) में पीएफआई (PFI) की आड़ में चल रहे देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता मामले में मोहम्मद जलालुद्दीन (Muhammad Jalaluddin) व नुरुद्दीन जंगी (Nooruddin Jangi) को गिरफ्तार करने के बाद अब एसआइटी (SIT) ने अपने रिमांड में ले लिया है और मामले को लेकर पूछताछ कर रही है. जानकारी के मुताबिक, दोनों से देश विरोधी गतिविधियों के लिए विदेश से फंडिंग के संबंध में सवाल पूछे गए हैं.
बताया जा रहा है कि, दोनों से PFI के नेटवर्क, फरार संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में भी पूछा गया है. इसके अलावा, जलालुद्दीन से पूछा गया कि फुलवारी शरीफ में उसके घर अहमद पैलेस में आतंकी ट्रेनिंग देने क्या दूसरे देश से लोग भी आए थे? सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद जलालुद्दीन व नुरुद्दीन जंगी से ये भी पूछा गया कि, वो कौन-कौन से कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं? बता दें, मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों को गुप्त स्थान पर रखा हुआ है. वहीं, एसआईटी से लेकर एनआईए, एटीएस की टीम दोनों से पूछताछ कर रही है.
PFI में अलग-अलग भूमिका थी- अतहर परवेज
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे के दौरान पुलिस को 11 जुलाई को खबर मिली थी कि फुलवारी शरीफ का नया टोला पीएम के दौरे के वक्त गड़बड़ी करने वाला है. जिसके बाद से पुलिस ने छापेमारी की और मामले में अतहर परवेज, झारखंड से सेवानिवृत दरोगा जलालुद्दीन और अरमान मलिक को गिरफ्तार किया. वहीं, इनके अलावा 26 लोगों को नामजद अभियुक्त भी बनाया गया. अतहर परवेज ने रिमांड पर कहा था कि जलालुद्दीन व नुरुद्दीन की PFI में अलग-अलग भूमिका थी.