किसी भी स्कूल के लिए प्रिंसिपल की भूमिका काफी अहम होती है. वह स्कूल से जुड़ी हर तरह की गतिविधि के लिए जिम्मेदार शख्स होता है. प्रशासनिक कार्यों से लेकर पढ़ाई-लिखाई सबमें उसकी जिम्मेदारी होती है. लेकिन हम आपसे कहें कि एक स्कूल ऐसा है जिसमें पिछले 9 सालों से प्रिंसिपल नहीं आ रहे तो आप क्या कहेंगे. इतना ही नहीं, बिना सूचना या अनुमति के स्कूल से गायब रहने के बावजूद वह अपना पूरा वेतन ले रहे हैं या यूं कहें कि बिना कोई काम किए ये प्रिंसिपल अपना पूरा वेतन ले रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 9 सालों से बिना प्रिंसिपल के स्कूल चल रहा है.
अलीगढ़ का है पूरा मामला
यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का है. यहां के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कलियानपुर रानी विधानसभा क्षेत्र अतरौली के प्रिंसिपल बीते 9 सालों से स्कूल नहीं आए हैं. वे बिना अनुमति के स्कूल से गायब हैं और अपनी पूरी तनख्वाह भी ले रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, दबी जबान से इस पूरे मामले में बेसिक शिक्षा विभाग की मिलीभगत की बात कही जा रही है.
9 साल से गायब हैं प्रिंसिपल
साल 2007 से इस स्कूल में पढ़ा रहे एक टीचर ने बताया कि प्रदीप कुमार चौबे को अप्रैल, 2014 में वरीयता के आधार पर स्कूल का प्रिंसिपल बनाया गया. इसके बाद 13 अप्रैल, 2014 से बिना किसी सूचना के वे लगातार अनुपस्थित रहे हैं. इस बारे में बीएसए कार्यालय में लगातार पत्र लिखकर सूचना भी दी गई लेकिन वहां से कोई कार्रवाई नहीं की गई. शिक्षक के अनुसार, प्रिंसिपल अनुपस्थित रहने के बाद भी 9 साल से लगातार वेतन ले रहे हैं.
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
हालांकि, अब मामला अलीगढ़ के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के संज्ञान में आया है. इस बाबत जिलाधिकारी ने मीडिया से कहा है कि संबंधित शिक्षक की संबद्धता को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर उन्हें विद्यालय भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मामले में जांच कर प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं.
