रायपुर| छत्तीसगढ़ में सरकार के बैनर तले अवैध वसूली और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की खबरें उस समय सत्य साबित हुई जब 4 दिनों तक चले छापों में आयकर विभाग ने बरामदगी के माल का खुलासा किया | आयकर विभाग के हाथो कई ऐसे दस्तावेज लगे है ,जिससे पता चलता है कि प्रदेश में सरकार के बैनर तले बड़े पैमाने पर ब्लैक मनी इक्क्ठा की जा रही है |
बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की इस कारवाई के बाद अब ईडी के अलावा सीबीआई की एन्ट्री से भी इंकार नहीं किया जा सकता | जानकारी के मुताबिक प्रदेश के कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की काली कमाई पर भी जांच एजेंसियों की नजरें टिकी हुई है | छापेमारी में अफसरों को नगदी दिए जाने के दस्तावेजों से ब्लैक मनी के श्रोतो का भी खुलासा हुआ है
| जाँच एजेंसिया अब कुछ रसूखदार आईएएस और आईपीएस अधिकारियो की वैध -अवैध सम्पतियो को खंगालने में भी जुट गयी है | प्रदेश में आयकर विभाग ने दो दर्जन ज़्यादा ठिकानो पर दबिश दी थी | यह छापे मुख्यमंत्री बघेल के बेहद करीबी कारोबारियों और अफसरों के ठिकानों पर डाले गए थे। इन छापो में करोडो की नगदी , ब्लैक मनी के श्रोतो और अवैध रूप से खरीदी जा रही जमीनों के भुगतान के खुलासे से प्रदेश की राजनीति भी गर्माने लगी है | उधर छापो की गूंज और उससे जुडी खबरों को लेकर कांग्रेस अलाकमान भी सक्रिय बताया जा रहा है | प्रदेश में भूपेश बघेल सरकार के भविष्य को लेकर भी बहस छिड़ी हुई है |
सोमवार को आयकर विभाग की ओर से जारी एक प्रेस नोट में सत्ता के कर्णधारो के ठिकानो में हुई छापेमारी के दौरान हुई बरामदगी का ब्यौरा पेश किया गया है | इसमें कहा गया कि विभाग ने रायपुर भिलाई ,रायगढ़ ,कोरबा ,बिलासपुर और सूरजपुर में कई ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज खुले अकाउंट शीट और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं।
आयकर विभाग ने बताया कि अभियान के दौरान 9 करोड़ पचास लाख से अधिक की अघोषित नकदी और 4 करोड़ पचास लाख के आभूषण भी बरामद किए हैं | यही नहीं आयकर को राज्य सरकार की कोल परिवहन प्रणाली से कम समय में 200 करोड़ से अधिक के कलेक्शन के सबूत भी मिले हैं । इसमें सरकारी अफसरों को किए गए नगद भुगतान का हवाला भी दर्ज है | इसके अलावा 45 करोड नगद भुगतान के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं
आयकर विभाग की पढ़े प्रेस विज्ञप्ति
छत्तीसगढ़ में आयकर के छापों में बरामदगी के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है | छापो में हुई बरामदगी पर ईडी की भी नजरें टिकी हुई है ,इस बीच कहा जा रहा है कि मौजूदा छापो से प्रदेश में सीबीआई की एंट्री के पूरे आसार है | कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में आयकर के ताजा छापों की गूंज अब दिल्ली स्थित केन्दीय ग्रह मंत्रालय में भी सुनाई देने लगी है | चूँकि सरकारी संरक्षण में पनपे भ्रष्टाचार की जड़ें छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में भी फैली हुई है|
लिहाजा बेंगलुरु दिल्ली या भोपाल में सीबीआई नया मामला दर्ज कर कोल खदानों के जरिये ब्लैक मनी जुटाने और उसके स्रोतों की विवेचना कर सकती है | उधर यह भी गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में सरकार के करीबियों के ठिकानों पर हुई छापेमारी और ब्लैक मनी के खुलासे से जुडी खबरों के प्रकाशन और प्रसारण पर प्रेस और मीडिया पर लगी अघोषित पाबंदी को भी जांच एजेंसिया संज्ञान में लिया है |
दरअसल प्रदेश में पत्रकारों पर पुलिसिया आतंक और फर्जी मामलो में उन्हें फंसाये जाने लेकर प्रेस -मीडिया कर्मी और उनके संसथान दहशत में है |हालत यह है कि आयकर विभाग की छापेमारी और बरामदगी से जुडी कारवाई की खबरों पर ब्लैकआऊट है l कुछ एक अखबारों और वेबसाइट ने इस प्रमुख खबर को स्थान दिया है जबकि ज्यादातर टीवी चैनलों और समाचार पत्रों से छापेमारी की खबर ही नदारद है।
बताया जाता है कि मीडिया का एक बड़ा तबका पत्रकारों पर सरकारी जुल्मों से दहशत में है | प्रदेश में पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की घटनाओं को आम होते देखते हुए भ्रष्टाचार की खबरों के प्रकाशन और प्रसारण से अधिकांश पत्रकारों ने अपना मुंह मोड़ लिया है | यह पत्रकार सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार और अन्य मामलों को जनता के सामने लाने के बजाय सिर्फ खानापूर्ति तक सिमट कर रह गए हैं।
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार के मामलों के खुलासे और ब्लैक मनी के श्रोतो से जुडी खबरों के लगातार प्रकाशन के चलते वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव को फर्जी मामले में फंसाने की कवायत की गयी थी | उनके आवास पर बुलडोजर चलाया गया था | इस घटना से पत्रकार वर्ग डरा सहमा है | पत्रकार नामदेव के अलावा कई और पत्रकार भी बघेल सरकार के जुल्मो का शिकार हुए है | पत्रकार सुनील नामदेव ने अवैध वसूली ,गब्बर सिंह टैक्स और ब्लैक मनी इकट्ठा करने वाले गिरोह के सरगना सूर्यकांत तिवारी के कारनामो का खुलासा किया था | आज उसी गिरोह के ठिकानों पर आयकर ईडी ने छापेमारी कर उन खबरों की विश्वनीयता पर अपनी मुहर लगा दी है | पत्रकार सुनील नामदेव ने सरकारी संरक्षण में भ्रष्टाचार और गब्बर सिंह टैक्स वसूले जाने को लेकर जिन खबरों का प्रकाशन किया था उन खबरो को जाँच एजेंसियों ने भी संज्ञान में लिया था | इनमे से कुछ खबरों पर डाले नजर |
बड़ी खबर : देश में “ब्लैकमनी का हब” बना छत्तीसगढ़ , रोजाना 50 करोड़ से अधिक की काली कमाई “सौदागर” की तिजोरी में , रोजाना आमदनी के मामले में अडानी-अंबानी को भी पछाड़ा कबीले के “सरदार” ने , शराब, खनिज , कल कारखानों और MOU से ब्लैक मनी की बंपर पैदावार
आयकर छापों में बरामदगी के खुलासे के बावजूद कांग्रेस बीजेपी मौन :-
छत्तीसगढ़ में आयकर छापो पर प्रतिक्रिया के मामले में बीजेपी- कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के नेता बयानबाजी से बच रहे है | प्रदेश में आयकर के छापों में हुई जब्ती -बरामदगी की चर्चाएं राजनीतिक गलियारो में जोरों से गूंज रही है| कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियो के कई महत्वपूर्ण नेताओं की जुबान पर सूर्यकांत तिवारी और मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया समेत अन्य अफसरों के क्रियाकलापों की चर्चाएं आम है | लेकिन उन नेताओ को मौजूदा समय सार्वजानिक तौर पर बयानबाजी से बच निकलना ही मुनासिब नजर आ रहा है |
छापों को लेकर दोनों ही पार्टियों की चुप्पी पर जनता भी हैरत में है | आयकर विभाग के खुलासो के घंटो बीत जाने के बावजूद दोनों दलों की ओर से अधिकृत बयान अब तक सामने नहीं आया है |
जबकि विभिन्न मुद्दों को लेकर एक – दूसरे पर सार्वजनिक बयानबाजी को लेकर दोनों ही पार्टियां पीछे नहीं रहती हैं | अलबत्ता कोरबा में पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब महाराष्ट्र में सरकार बदल गयी है | इसलिए वहाँ छापे नहीं पड़ेंगे, आईटी ईडी और सीबीआई के दफ्तर वहां से उठकर झारखंड,छत्तीसगढ़ ,राजस्थान, पश्चिम बंगाल और दक्षिण के राज्यों में जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 8 सालों में एक भी भाजपा नेता के यहां केंद्रीय एजेंसियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है | केंद्र सरकार ईडी ,सीबीआई ,आईटी सभी का दुरुपयोग कर रही है | जिसके जरिए विपक्ष के नेताओं को नियंत्रित करने की कोशिश हो रही है| यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है |
हालाकि मंगलवार शाम बीजेपी नेता व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने छापेमारी को लेकर बड़ा बयान दिया है | उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बघेल के संरक्षण में व्यापक भष्टाचार हो रहा है | उन्होंने छापेमारी को लेकर कॉंग्रेस सरकार पर निशाना साधा है
उधर कॉंग्रेस ने भी फ़ौरन पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में पड़े IT छापे बीजेपी के देशव्यापी राजनैतिक अभियान का हिस्सा है | कॉंग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि रमन सिंह किस नैतिकता से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस्तीफा मांग रहे है?