विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. यशवंत सिन्हा ने संसद भवन में नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी के प्रमुख शरद पवार समेत विपक्ष के अन्य नेता मौजूद रहे. राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा का मुकाबला एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है.
एक दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने बीते मंगलवार को यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार घोषित किया, उसी दिन बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया. राष्ट्रपति के चुनाव 18 जुलाई को होने हैं.
यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी और राजनाथ सिंह से की बात
बीजेपी के पूर्व नेता यशंवत सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालयों को फोन कर चुनाव के लिए समर्थन मांगा. उन्होंने विपक्षी दलों के सभी नेताओं को एक पत्र भी लिखा.
यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए मुझे अपने आम उम्मीदवार के रूप में चुनने के लिए उनका धन्यवाद. मैं वास्तव में सम्मानित हूं. संविधान की रक्षा करना हमारा गंभीर वादा, प्रतिज्ञा और प्रतिबद्धता है.
यशवंत सिन्हा ने कहा कि निर्वाचित होने पर मैं राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और अखंडता को हथियार बनाने की अनुमति नहीं दूंगा, जैसा कि अभी हो रहा है.
उन्होंने कहा कि संविधान के संघीय ढांचे पर चल रहे हमलों, जिससे सरकार राज्य सरकारों को उनके वैध अधिकारों और शक्तियों को लूटने का प्रयास कर रही है, को पूरी तरह से अस्वीकार्य माना जाएगा.