महाराष्ट्र में जारी सत्ता संघर्ष को लेकर संजय राउत लगातार मुखर हैं. राउत के नेतृत्व में शिवसेना के नेताओं ने विद्रोहियों पर तीखा हमला बोला है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेताओं के साथ बंद दरवाजे में बैठक की. शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने लगातार दूसरे दिन मुंबई और पुणे समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में बागियों के खिलाफ प्रदर्शन किया.
’40 शव असम से आएंगे’
राउत ने कहा कि मौजूदा संकट शिवसेना को पुनर्जीवित करने का एक अवसर है. उन्होंने शिवेसना कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान शिंदे के साथ गुवाहाटी में मौजूद विधायकों की संख्या की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘हमने सबक सीख लिया है कि किस पर भरोसा किया जाना चाहिए. वे ऐसे शरीर हैं, जिनकी आत्मा मर चुकी है. उनका मस्तिष्क मर चुका है. 40 शव असम से आएंगे और पोस्टमॉर्टम के लिए सीधे मुर्दाघर भेजे जाएंगे.’
आदित्य ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से की बात
राज्य के मंत्री व शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी के प्रवक्ता संजय राउत ने उपनगरीय दहिसर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने संकटग्रस्त पार्टी नेतृत्व के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश की और शिंदे गुट पर हमला बोला. शरद पवार ने राकांपा के नेताओं, कांग्रेस के मंत्रियों बालासाहेब थोराट व अशोक चव्हाण और शिवसेना के अनिल परब व अनिल देसाई से मुलाकात की और छह दिन पहले हुए विद्रोह के राजनीतिक परिणामों पर चर्चा की.
शिवसेना का एक और मंत्री बागी खेमे में शामिल
इस बीच, शिवसेना के एक अन्य नेता और उच्च व तकनीकी शिक्षा कैबिनेट मंत्री उदय सामंत से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है और वह कथित तौर पर सूरत से गुवाहाटी जा रहे हैं. अब तक, राज्य के कैबिनेट मंत्री गुलाबराव पाटिल, दादा भुस, संदीपन भुमरे, और राज्य मंत्री शंबुराजे देसाई व अब्दुल सत्तार विद्रोहियों के खेमे में शामिल हो चुके हैं. प्रहार जनशक्ति पार्टी के एक अन्य मंत्री बच्चू कडू और शिवसेना कोटे से एक निर्दलीय मंत्री राजेंद्र येद्रावकर भी शिंदे के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं.
